पंचकल्याणक का आखिरी दिन होने से कुण्डलपुर में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। भीड़ ऐसी की पैदल चलना मुश्किल हो गया। वाहन से आए लोग जहां-तहां फंसे रहे। जानकारी के अनुसार सुबह से धार्मिक अनुष्ठान के साथ दोपहर को पांडुशिला पर श्री जी को विराजमान किया गया। इससे ही रथयात्रा महोत्सव शुरू हो गया। दूसरे रथों पर महामहोत्सव के पात्र सवार हुए जिनके साथ हजारों लोगों का हुजूम नाचते-गाते आगे बढ़ता रहा।
पंचकल्याणक महोत्सव के समापन के मौके पर दोपहर में विश्व शांति की कामना के साथ गजरथ महोत्सव के साथ फेरी निकाली गई। परिक्रमा प्रभारी राजेश दबौलिया ने बताया कि दो एरावत हाथी आ चुके हैं और देश भर से आए करीब 24 रथ परिक्रमा में शामिल हुए। इसके बाद महोत्सव का समापन होगा। कल से बड़े बाबा का महामस्तकाभिषेक शुरू हो जाएगा।