ऐसे बनाया रेड का जाल, दी दबिश
बीना वाणिज्य कर कार्यालय के असिस्टेंट कमिश्नर रीतेश तांडिया के विरुद्ध हुई इस शिकायत के बाद बड़ी सावधानी से रेड करना लोकायुक्त के लिए चुनौती थी। 11 जून को हुई रिश्वत की मांग के बाद लोकायुक्त आरोपी अधिकारियों को रंगेहाथ पकडऩे के फिराक में थी। बुधवार को पूरी योजना पहले से थी। वाणिज्य कर कार्यालय में अधिवक्ता प्रकाश वोहरा कुल 28 हजार रुपए रिश्वत लेकर पहुंचते है। जहां असिस्टेंट कमिश्नर की गैरमौजूदगी में रिश्वत की डील बाबू महेंद्र यादव और स्टेनो लखनलाल अहिरवार से होती है। दोनों को 28 हजार रुपए थमाने के कुछ देर बाद ही लोकायुक्त टीम कार्यालय में छापा मारती और हड़कंप मच जाता है। रिश्वत लेते वाले बाबू, स्टेनो दाए-बाए होना चाहते है, लेकिन नहीं हो सके।
तत्काल बांट ली गई रिश्वत, साहब के पैसा भी किए अलग
लोकायुक्त ने रेड करते हुए दोनों वाणिज्य कर अधिकारियों को हिरासत में ले लिया। प्रक्रिया के तहत जैसे ही दोनों के हाथ धुलाए गए, पानी लाल हो गया। स्टेनो लखन ने १० हजार और बाबू महेंद्र ने 8 हजार रुपए बांट लिए थे, जबकि 10 हजार असिस्टेंट कमिश्नर के नाम पर रख लिए गए थे। पूरे रुपए जब्त करने के बाद लोकायुक्त ने कागजी कार्रवाई शुरू की। इस दौरान बाबू और स्टेनो के अलावा अन्य के बयान भी दर्ज कराए गए है। लोकायुक्त ने मामले में प्रकरण दर्ज कर लिया है।
इस वजह से मांगी गई थी रिश्वत
शिकायत कर्ता अधिवक्ता प्रकाश रोहरा ने बताया कि उन्होंने एक व्यापारी का जीएसटी रिटर्न वाणिज्य कर कार्यालय बीना में फाइल किया था। जिसमें वर्टिकल मिस्टेक होने के कारण आईटीसी में रुपए 1 लाख की जगह 1 करोड़ दर्ज हो गया था। रिटर्न के रिवाइस के लिए वाणिज्य कार्यालय में आवेदन किया था। इसके बाद आए नोटिस का जबाब एक महीने में चाहा गया था, जिसे भी दिया गया, लेकिन समस्या का समाधान न करते हुए उन्हें कार्यालय आने कहा गया। इतना ही नहीं वाणिज्य कर असिस्टेंट कमिश्नर के कहने पर बाबू महेंद्र यादव द्वारा उन्हें कॉल कर मामले में 40 से 50 लाख रुपए के ब्याज का पैमेंट निकलने की बात भी कही गई थी। कार्यालय पहुंचने पर रिश्वत की बात सामने आई, जिससे परेशान होकर अधिवक्ता ने मामले की शिकायत लोकायुक्त में की थी।
78 हजार रुपए मांगी गई थी रिश्वत
शिकायत कर्ता के अनुसार 11 जून को जब वह वाणिज्य कर कार्यालय पहुंचे तो उनसे तीन प्रकरणों में 50 हजार, 18हजार और 10 हजार कुल 78 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। इसके बाद ही प्रकरण एडिट करने की बात कही गई। रिश्वत की बात सामने आने के बाद उन्होंने लोकायुक्त सागर में शिकायत की थी। इस शिकायत के बाद लोकायुक्त ने योजना के तहत रेड की पूरी भूमिका जमाई गई और बुधवार को कार्रवाई को अंजाम देते हुए अधिकारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है।
सेल्स टैक्स असिस्टेंट कमिश्नर पर भी मामला दर्ज
डीएसपी लोकायुक्त राजेश खेड़े ने बताया कि 28 हजार रुपए की रिश्वत में 10 हजार रुपए असिस्टेंट कमिश्नर, 10 हजार रुपए स्टेनो और 8 हजार रुपए बाबू के थे। अस्स्टिेंट कमिश्नर कार्रवाई के दौरान मौजूद नहीं थे और स्टोनो व बाबू ने रुपए रख लिए थे। इस मामले में वाणिज्य कर असिस्टेंट कमिश्नर रीतेश तांडिया, बाबू महेंद्र याद, स्टेनो लखनलाल अहिरवार के विरुद्ध मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।