पुलिस के अनुसार पारधी गिरोह के सदस्य रईसी से रहते हैं। उनके शौक भी मंहगे होते हैं। मंहगे और लग्जरी कार-बाइक उनकी पसंद होते हैं और इसी शौक को पूरा करने वे लूट-डकैती और रोक-टोक या पकड़े जाने की शंका पर हत्या भी कर डालते हैं। पुलिस ने किशन-कालीचरण के पास से एक 220 सीसी वाली लग्जरी बाइक सहित दो बाइक बरामद की हैं। दोनों बाइक लूट के रुपयों से खरीदने का अनुमान है।
पारधी गिरोह के सदस्यों की तलाश में गुना अंचल में भटकती रही पुलिस को कई महत्वपूर्ण को अंदरूनी जानकारियां भी मिली हैं। पारधी गिरोह के सदस्य अपने बच्चों को किशोर अवस्था से ही लूट, चोरी, डकैती जैसी वारदातों की तैयारी कराते हैं। पुलिस जिस गांव में पहुंची थी वहां एक घर में काफी खिड़कियां लगी थी और बच्चे उन्हें उखाडऩा-लगाना सीख रहे थे। यह देख टीम की आंखें फटी की फटी रह गईं। टीम द्वारा दबोचे जाने पर कालीचरण व किशन पारधी ने पुलिसकर्मियों को यह कहते हुए धमकाया था कि अगर पिस्तौल होती तो एक-दो गोली तो मार दी देता।
13 सितम्बर की रात मुन्नालाल जैन के घर हुई लूट के 5 दिन बाद 18 सितम्बर को पुराने शराब ठेके के पीछे कपड़े की पोटली में जो जेवर-नकदी मिली थी वो पारधी गिरोह वजन अधिक होने के चलते फेंक गया था। शुक्रवार को आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस लूटे गए चांदी के जेवरों की मात्रा 50 किलो से ज्यादा मान रही हैं। वहीं सोने के जेवर व नकदी को लेकर भी पुलिस के अनुमान गड़बड़ा गए हैं। पुलिस पहले लूट को 20 से 25 लाख की बता रही थी जबकि अब कुल मशरूखा 40 लाख से ऊपर जाने का अनुमान है।