रेल यात्रा टलने पर भी नहीं डूबेंगे रुपए, अगली तारीख में कर सकेंगे यात्रा रेलवे ने बदला नियम
समिति सदस्य राहुल सोनी ने बताया कि शाम पांच बजे प्राचीन शिव मंदिर से बारात निकलना शुरू होगी जो मुख्य मार्गो से निकलेगी। बस स्टैंड स्थित गौरीशंकर मंदिर में शिव पार्वती विवाह होगा। शिव पार्वती एवं राधा कृष्ण के संजीव स्वरूप आकर्षक का केंद्र रहेंगे। शिव पार्वती विवाह की सभी रस्में गौरीशंकर मंदिर में होने के उपरांत बारात प्राचीन शिव मंदिर पहुंचेगी।
अति प्राचीन शिवलिंग की विशेषता यह है कि इस शिवलिंग की पूजा करने पर 108 गुना फल मिलता है चूंकि शिवलिंग की जलहरी में 108 शिवलिंग बने हुए हैं। इसलिए मान्यता है कि यदि हम एक बेल पत्री अर्पित करते हैं, तो 108 शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने का फल मिलता है, इस प्रकार का शिवलिंग अन्यत्र विरले ही होगा।
ईशान कोण में बना है मंदिर
भगवान शिव का यह मंदिर ईशान कोण में बना हुआ है, जो पूर्णता एक पत्थर पर निर्मित है। यह मंदिर पूरी तरह से वास्तु शास्त्र को ध्यान में रखकर बनाया गया है। मंदिर में भगवान महादेव के शिवलिंग के के अतिरिक्त यहां भगवान भोलेनाथ और पार्वती की अति प्राचीन प्रतिमा भी विराजित है। इसके साथ ही अन्य पाषाण की मूर्तियां भी यहां विद्यमान है, जो अति दुर्लभ और अति प्राचीन है।