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महाशिवरात्रि पर शिव योग के साथ होगा घनिष्ठा नक्षत्र, मंदिरों में लिखी गई माता पार्वती की लगुन

locationसागरPublished: Feb 20, 2021 07:51:18 pm

Submitted by:

Atul sharma

महाशिवरात्रि 11 मार्च गुरुवार को है। इस साल महाशिवरात्रि पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। महाशिवरात्रि पर शिव योग के साथ घनिष्ठा नक्षत्र होगा और चंद्रमा मकर राशि में विराजमान रहेंगे।

सागर. महाशिवरात्रि 11 मार्च गुरुवार को है। इस साल महाशिवरात्रि पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। महाशिवरात्रि पर शिव योग के साथ घनिष्ठा नक्षत्र होगा और चंद्रमा मकर राशि में विराजमान रहेंगे। ज्योतिषियों के अनुसार शिवरात्रि पर ग्रह, नक्षत्रों के संयुक्त अनुक्रम का यह संयोग एक शताब्दी बाद बन रहा है। इस योग में अघोर साधना का शीघ्र फल प्राप्त होता है। इस दिन धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष चारों पुरुषार्थ की प्राप्ति के लिए साधना के अलग-अलग अनुक्रम बताए गए हैं। शहर में महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। कई मंदिरों में भगवान की शिव की बारात निकलती है, जिसकी तैयारियां भी शुरू हो गई हैं।
वसंत पंचमी से शुरू हो गई रश्में
भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की रश्में मंदिरों में वसंत पंचमी से ही शुरू हो गई हैं। अब विवाह की तैयारी की जाएगीं। भूतेश्वर मंदिर में वसंत पंचमी के अबूझ मुहूर्त में माता पार्वती की लग्न पत्रिका लिखी गई, इसके बाद इसे गाजे-बाजे के साथ कांच मंदिर ले जाया गया। जहां पत्रिका का वाचन भी हुआ है। शिवरात्रि के मौके पर भीतर बाजार स्थित गौरीशंकर मंदिर, नागेश्वर मंदिर, मार्कंडेश्वर मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में विवाह का आयोजन किया जाएगा। मंदिरों में मंडप सजेगा। हल्दी लगेगी, तेल चढ़ेगा। महाअभिषेक व कच्ची-पक्की पंगत भी होगी।
यहां से निकलती हैं बातार

– कांच मंदिर मछरयाई से निकलने वाली शिव बारात मोतीनगर, राहतगढ़ बस स्टैंड, विजय टॉकीज चौराहा, कटरा, तीन बत्ती, सराफा होते हुए भूतेश्वर मंदिर पहुंचती है। कांच मंदिर में विवाह की तैयारियां चल रही हैं।
– पुरानी गल्ला मंडी स्थित मार्कंडेश्वर मंदिर से राधा तिराहा, भगवानगंज, सदर, कछयाना से राधा तिराहा से नीलकंठेश्वर मंदिर विजय टॉकीज चौराहा, कटरा मस्जिद, शुक्रवारी, वोट क्लब परकोटा, भीतर बाजार, तीन बत्ती से सरस्वती मंदिर बड़ा बाजार होते हुए नागेश्वर मंदिर पहुंचती है।
– बामोरा से निकलकर बारात शिव शक्ति धाम बड़े शंकरजी बहेरिया पहुंचती है। यहां विशेष कार्यक्रम भी होते हैं।

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