जिस मेल नर्स जितेंद्र अहिरवार ने वैक्सीन लगाई, वह एसवीएन में एएनएम सेकंड ईयर का छात्र है। यानी बिना डिग्री पूरी किए ही छात्र की ड्यूटी वैक्सीनेशन में लगाई गई।
5 लाख सिरिंज रखीं: स्वास्थ्य विभाग के पास करीब पांच लाख सिरिंज रखी हैं। इस केंद्र पर सिरिंज उपलब्ध नहीं कराई गई। इस घटना के बाद से वैक्सीनेटर अहिरवार गायब है। फोन भी बंद बता रहा है।
महाभियान में सभी की मदद लेते हैं। वैक्सीनेटर एसवीएन की ओर से दिया गया था। मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई है। प्राथमिक जांच में टीकाकरण अधिकारी डॉ. एसआर रोशन और वैक्सीनेटर जितेंद्र अहिरवार की लापरवाही पाई गई है।
– डॉ. डीके गोस्वामी, सीएमएचओ
इधर,उल्टी-दस्त से तीन दिन में तीन लोगों की जान
वहीं दूसरी ओर नर्मदापुरम के बागरातवा गांव में उल्टी-दस्त से तीन लोगों की मौत का माला सामने आया है। 25 जुलाई को विद्याबाई आदिवासी (50), मुन्नालाल कहार (45) की मौत हो गई थी। 14 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम बुधवार को पहुंची। इस बीच सुंदरबाई कहार (90) की भी मौत हो गई।
सीएमएचओ डॉ. दिनेश दहलवार ने लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। पीएचसी प्रभारी डॉ. घनश्याम चौहान के अनुसार लोग फूड पॉइजनिंग के शिकार हैं। गांव में ट्यूबबेल से पानी सप्लाई होता है। टंकी में दवाएं डाली हैं। पीएचई अधिकारियों की मानें तो पानी की जांच में भी कुछ सामने नहीं आया।
इसके अलावा दमोह में बांदकपुर खंचारी गांव में कुएं का दूषित पानी से लोग बीमार पड़ गए। इनमें से दो की मौत हो गई। करीब छह लोगा जिला अस्पताल में भर्ती हैं। बताया जा रहा है कि देर रात दूषित पानी पीने से 10 से ज्यादा लोग बीमार हो गए। इनमें गेंदा गौंड़, तिलक सिंह की मौत हो गई।