scriptमेंटेनेंस के नाम पर की जाती है खानापूर्ति, जरा सी आंधी में पेड़ों की टहनियों से टूट जाते बिजली तार | Maintenance is done in the name of maintenance, lightning breaks from | Patrika News

मेंटेनेंस के नाम पर की जाती है खानापूर्ति, जरा सी आंधी में पेड़ों की टहनियों से टूट जाते बिजली तार

locationसागरPublished: Jul 02, 2020 09:36:56 pm

Submitted by:

anuj hazari

लाखों रुपए खर्च करके बारिश पूर्व किया जाता है मेंटेनेंस का कार्य

Maintenance is done in the name of maintenance, lightning breaks from tree twigs in a slight storm

Maintenance is done in the name of maintenance, lightning breaks from tree twigs in a slight storm

बीना. हर वर्ष शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों रुपए खर्च करके बारिश पूर्व मेंटेनेंस का कार्य किया जाता है, लेकिन यह कार्य मानों केवल कागजों तक ही सीमित रहता है क्योंकि बाहर कहीं भी वह कार्य दिखाई नहीं देता है। वर्तमान में शहर के बीच में ही कई जगहों पर पेड़ों की टहनियां बिजली तारों तक पहुंच गई हैं। अभी बारिश शुरू हुए कुछ ही दिन हुए हैं और शहर में ही कई जगहों पर पेड़ों की टहनियां बिजली तारों में फंसी नजर आ रही हैं। शहर के स्टेशन रोड पर हनुमान मंदिर पर पीपल के पेड़ की टहनियां बिजली तारों में फंसी हैं। ऐसा नहीं है कि यह सब अधिकारियों की नजर में न हो, बावजूद इसके उन्हें काटा नहीं जा रहा है, जिसके कारण जरा सी हवा में ही टहनियां टूट जाती हैं और बिजली तार टूटने से घंटों बिजली गुल रहती है।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति ज्यादा खराब
शहर में तो थोड़ा बहुत काम कर भी दिया जाता है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति बहुत ज्यादा खराब है। बीना उपसंभाग के अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांव में बिजली के तार पर पेड़ों की टहनियां रहती है, लेकिन उनके टूटने का इंतजार विभाग करता है।
कुछ दिनों पहले आंधी से हुआ था भारी नुकसान
कुछ दिनों पहले चली तेज आंधी के कारण भारी नुकसान हुआ था, क्योंकि बिजली कंपनी ने तारों के पास से पेड़ों की टहनियां नहीं कटवाई थी जो टूटकर तारों पर गिरी थी, जिससे बिजली कंपनी को भी भारी नुकसान हुआ था और करीब दो से तीन दिन तक कई गांव के लोग बिना बिजली के रहे थे, ऐसी समस्याएं न आएं इसके लिए जरूरी है कि पहले से ही इसकी तैयारी कर ली जाए।

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