सागरPublished: Feb 21, 2020 08:19:17 pm
anuj hazari
दो दर्जन से ज्यादा ट्रेनों का स्टॉपेज, अधिकांश ट्रेनें आती है रात में
Malkhedi station falls in the dark of evening, travelers traveling amidst fear
बीना. पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले मालखेड़ी स्टेशन पर व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया जा रहा है, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है, अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। शाम के बाद स्टेशन ऑफिस के सामने शेड को छोड़कर पूरे प्लेटफॉर्म की लाइटें बंद रहती हैं। मालखेड़ी स्टेशन पर करीब दो दर्जन से ज्यादा ट्रेनें आती हैं, जिनमें से अधिकांश ट्रेनें रात में रहती हैं। जब यात्री यहां से सफर करते हैं तो उन्हें ट्रेन आने तक स्टेशन ऑफिस के सामने ही इंतजार करना पड़ता है, क्योंकि अंधेरे में उन्हें प्लेटफॉर्म में अन्य जगह जाने में डर लगता है। यहां प्लेटफॉर्म पर गड्ढें भी हो गए हैं जो रात के अंधेरे में दिखाई नहीं देते हैं और लोग उनमें फंसकर गिर जाते हैं। इसकी जानकारी अधिकारियों को होने के बाद भी वह खराब हो चुकी लाइटों को नहीं बदलवा रहे हैं।
प्लेटफॉर्म के बाजू से बना गड्ढा
प्लेटफॉर्म क्रमांक एक पर सागर एंड की तरफ निर्माण कार्य चल रहा है और प्लेटफॉर्म की रैलिंग हटाकर पीछे गड्ढा कर पिलर खड़े किए गए हैं। यहां रात के समय अंधेरा होने के कारण यात्रियों को इस गड्ढे में गिरने का भय बना रहता है। इसके बाद भी यहां न तो अधिकारी रैलिंग लगा रहे हैं और न ही वहां प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है।
बायपास रोड का भी यही हाल
बीना स्टेशन और मालखेड़ी स्टेशन को आपस में जोडऩे वाले बायपास रोड बनने के करीब तीन साल बाद भी यहां पर अंधेरे से निजात दिलाने के लिए लाइट नहीं लगाई गई है। जहां से निकलते समय लोगों को हर समय डर रहता है। इसी रोड पर शराब दुकान भी स्थित हैं जहां पर शाम के बाद शराबियों का जमावड़ा रहता है। इसके बावजूद भी रेलवे के आलाधिकारी काम नहीं करा रहे हैं।
यह ट्रेनें हैं रात में
– गोंडवाना एक्सप्रेस
– उत्कल एक्सप्रेस
– दयोदय एक्सप्रेस
– जयपुर-दुर्ग एक्सप्रेस
– विशाखापट्टनम-भगत की कोटी
– दुर्ग-जम्मूतवी एक्सप्रेस
– बिलासपुर-बीकानेर