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हत्याकांड! तीन को जेल भेजा, अब पुलिस को कट्टे से चली गोली की तलाश

locationसागरPublished: May 09, 2018 05:06:57 pm

पुलिस आरोपियों से बरामद जीप में कट्टे से निकली गोली की तलाश कर रही है।

Massacre Three sent to jail, police seek bullet

Massacre Three sent to jail, police seek bullet

सागर. फोरलेन हाइवे पर ललित कुर्मी की हत्या के आरोप में उसके चार साथियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने वह कट्टा जब्त कर लिया है, जिसकी गोली ने ललित का भेजा उड़ा दिया था।
पुलिस आरोपियों से बरामद जीप में कट्टे से निकली गोली की तलाश कर रही है। ललित की हत्या को हादसा बता रहे आरोपियों द्वारा कोई प्रमाणित साक्ष्य उपलब्ध नहीं करा पाने पर पुलिस ने हत्या के आरोप में गिरफ्तार चार में से तीन को जेल भेजकर धु्रव उर्फ बाबा परिहार को पूछताछ के लिए एक दिन की रिमांड पर लिया है।
बहेरिया टीआई कमलेन्द्र कर्चुली ने बताया कि पुलिस ने हत्या के आरोप में नंदू उर्फ नरेन्द्र पटेल, नत्थू गौंड और शुभम उर्फ गोलू आठ्या को गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेश पर मंगलवार को जेल भेज दिया है। पुलिस ललित कुर्मी की हत्या में उपयोग की गई गोली की तलाश कर रही है और कुछ अन्य तथ्यों के संबंध में पूछताछ के लिए बाबा उर्फ धु्रव को रिमांड पर लिया गया है। उसे पूछताछ के बाद बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। ललित की हत्या के पीछे उसके साथियों का कहना था कि आवेश में आने के दौरान अचानक ललित के हाथ से ही गोली चली थी और वह कनपटी को भेदते हुए गुजर गई जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं पुलिस को अब तक चारों आरोपियों से कोई तथ्यात्मक साक्ष्य नहीं मिला है। जिसके कारण पुलिस ललित की हत्या के बाद मौके पर पहुंचे फोरेंसिक एक्सपर्ट द्वारा जुटाए गए साक्ष्यों की पड़ताल और रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। पुलिस ललित की कनपटी पर मिले गोली के सुराख की भी फोरेंसिक जांच कराने की तैयारी कर रही है।

किशोर न्याय अधिनियम की जानकारी दी
सागर. एकीकृत बाल संरक्षण योजना एवं किशोर न्याय अधिनियम के अंतर्गत संभाग स्तरीय समीक्षा सह कार्यशाला सिविल लाइन स्थित होटल में आयोजित की गई। मुख्य अतिथि संयुक्त संचालक शशि इमाम उइके और उप संचालक बृजेश त्रिपाठी थे। प्रतिभागीयों के रूप में सागर संभाग के सभी जिलों से महिला सशक्तिकरण अधिकारी, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य, बाल कल्याण समिति के सदस्य एवं जिलों में संचालित मान्यता प्राप्त बाल देखरेख संस्थाओं के अधीक्षक, चाइल्ड लाइन के सदस्य, बाल संरक्षण समिति में पदस्थ अधिकारियों ने भाग लिया। त्रिपाठी ने बताया कि किशोर न्याय अधिनियम 2015 वर्तमान में प्रभावशील है। वर्ष 2014 से वर्तमान तक जिलों में उक्त अधिनियम के क्रियान्वन में क्या प्रगति हुई? यह भी जिलेवार प्रस्तुत किया गया। संचालन आशीष उपाध्याय ने किया।

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