scriptएमसीआई ने सुधारी गलती, पीडियाट्रिक्स और एनेस्थीसिया की झोली में डाली पीजी की ३-३ सीटें | MCI pledged 33 seats of PG in Sudhaari Mistake, Pediatrics and Anesthe | Patrika News

एमसीआई ने सुधारी गलती, पीडियाट्रिक्स और एनेस्थीसिया की झोली में डाली पीजी की ३-३ सीटें

locationसागरPublished: Feb 22, 2020 09:21:51 pm

-२४ फरवरी को ५ विभागों के संबंध में दिल्ली में थी सुनवाई, दो विभागों को सुनवाई से पहले दी पीजी की सीटें।मेडिसिन, सर्जरी और हड्डी रोग विभाग के विभागध्यक्ष दिल्ली में रखेंगे अपना पक्ष।
 

एमसीआई ने सुधारी गलती, पीडियाट्रिक्स और एनेस्थीसिया की झोली में डाली पीजी की ३-३ सीटें

एमसीआई ने सुधारी गलती, पीडियाट्रिक्स और एनेस्थीसिया की झोली में डाली पीजी की ३-३ सीटें

सागर. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने अपनी भूल सुधार ली है। साथ ही बीएमसी के पीडियाट्रिक्स और एनेस्थीसिया विभाग की झोली में पीजी की ३-३ सीटें डाल दी हैं। बता दें कि बीएमसी द्वारा खामियों को पूरा करने के संबंध में अपनी रिपोर्ट एमसीआई को भेजी थी, लेकिन इसे देखे बगैर एमसीआई ने इन दोनों विभाग में एक-एक सहायक प्राध्यापक की कमी पाते हुए आवेदन खारिज कर दिए थे और सीटें नहीं दी थी। इसके विरोध में बीएमसी प्रबध्ंान द्वारा सरकार से अपील की थी और सुनवाई का एक मौका मांगा था। साथ ही फिर से कम्प्लाइंस रिपोर्ट की कॉपी एमसीआई को भेजी थी।
हालांकि २४ फरवरी को इस संबंध में सुनवाई होना थी, लेकिन एमसीआई ने समय रहते अपनी गलती मानते हुए दोनों विभागों में पीजी की सीटें दे दी हैं। बीएमसी में गायनी और इएनटी विभाग को पीजी की सीटें पहले मिल चुकी हैं। अब क्लीनिकल के ४ विभागों में पीजी की १२ सीटों पर नए सत्र में दाखिले होंगे।

-यहां भी लगाए हैं उम्मीद
५ विभागों में से अब ३ विभाग में पीजी की सीटें मिलना बाकी हैं। मेडिसिन, सर्जरी और हड्डी विभाग में पीजी की सीटें मिलने की उम्मीद है। हालांकि एमसीआई ने सीटें मंजूर नहीं की हैं और आवेदन नए सिरे से करने के निर्देश दिए हैं। बीएमसी प्रबंधन ने सुनवाई के लिए एक अवसर मांगा है। इन तीन विभागों के विभागाध्यक्ष २४ फरवरी को दिल्ली में सुनवाई के लिए उपस्थित होंगे। इन विभागों में ३-३सहायक प्राध्यापकों की बताई गई है, जबकि निरीक्षण के दौरान दलों ने जो कमी बताई थी। प्रबंधन ने उन्हें दूर कर लिया था। लेकिन फाइनल रिपोर्ट में तीन-तीन सहायक प्राध्यापकों की कमी बताकर इन विभागों को पीजी की सीटें नहीं दी।

-४ विभागों का बढ़ेगा कद
इएनटी, गायनी, पीडियाट्रिक्स और एनीस्थीसिया में पीजी की सीटें मिलने से अब इन विभागों का कद बढ़ेगा। इन विभागों में २४ घंटे डॉक्टरों की तैनाती संभव हो सकेगी। साथ ही मरीजों को पर्याप्त उपचार मिलेगा। शिशु रोग विभाग में ३ सीटें मिलने से डॉक्टरों की कमी पूरी होगी। इसके अलावा संसाधनों को बढ़ाए जाने से शिशुओं का बेहतर इलाज हो सकेगा।

-काउंसिलिंग में शामिल करने भेजा मंजूरी वाला पत्र
दो विभागों में पीजी की सीटें मिलने के बाद बीएमसी प्रबंधन ने शासन को अवगत करा दिया है। नए सत्र में शुरू होने वाली काउंसिलिंग में इन दोनों विभागों को शामिल करने के लिए लेटर ऑफ परमीशन (एलओपी) मप्र सरकार देती है। हालांकि बीएमसी प्रबंधन ने एमसीआई के इस पत्र को शासन को भेजा है। यह दो विभाग काउंसिलिंग के शेड्यूल में जोड़ दिए जाएंगे।

-फैक्ट फाइल

विभाग सीट
इएनटी ०३

गायनी ०३
पीडियाट्रिक्स ०३

एनेस्थीसिया ०३

यह मिलेगा फायदा
-हर साल तीन-तीन पीजी के मिलेगी सीटें

-२४ घंटे मिलेगी मरीज को चिकित्सीय सुविधा।
-विभागों का होगा विस्तार, उपकरणों की बढ़ेगी संख्या।

-बीएमसी की रीढ़ माने जाते हैं पीजी के डॉक्टर।

-सुनवाई से पहले मिली राहत
मुझे ५ विभागों में पीजी की सीटें मिलने की उम्मीद थी, लेकिन एमसीआई ने आवेदन खारिज कर दिए थे। अपील करने के बाद एमसीआई ने अपनी भूल सुधारते हुए दो विभागों की कम्प्लाइंस रिपोर्ट के आधार पर तीन-तीन सीटें दी हैं। यह बुंदेलखंड के लिए बड़ी बात है।

डॉ. जीएस पटेल, डीन बीएमसी

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