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बीएमसी की अपील पर एमसीआई सुनवाई को तैयार, २४ को दिल्ली में प्रबंधन रखेगा अपना पक्ष

-एमसीआई ने गत दिवस अपनी फाइनल रिपोर्ट में ५ विभागों में के पीजी आवेदनों को कर दिया था खारिज, नहीं दी थी सीटों की मंजूरी।
 

सागरFeb 21, 2020 / 09:13 pm

आकाश तिवारी

बीएमसी की अपील पर एमसीआई सुनवाई को तैयार, २४ को दिल्ली में प्रबंधन रखेगा अपना पक्ष

बीएमसी की अपील पर एमसीआई सुनवाई को तैयार, २४ को दिल्ली में प्रबंधन रखेगा अपना पक्ष

सागर. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) की अपील को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने स्वीकार कर लिया है। प्रबंधन को अपना पक्ष रखने का एक मौका दिया है। २४ फरवरी को इन पांच विभागों के विभाग प्रमुख दिल्ली में एमसीआई के समक्ष उपस्थित होकर अपनी पक्ष रखेंगे। बता दें कि एमसीआई ने अपनी फाइनल रिपोर्ट में बीएमसी के पांच विभागों को पीजी की सीटों के लिए अनुकूल नहीं पाया था और आवेदन खारिज कर नए सिरे से प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए थे। हालांकि इस रिपोर्ट से डीन डॉ. जीएस पटेल खुश नहीं थे। उन्होंने सरकार से अपील कर रिपोर्ट पर फिर से विचार करने की मांग की थी। बीएमसी में क्लीनिकल के ९ विभागों में पीजी की मांग की गई थी। इसमें से मात्र २ विभागों में एमसीआई ने पीजी की सीटें मंजूर की है। इनमें स्त्री रोग विभाग और नाक, कान और गला विभाग शामिल है।
-एमसीआई को नहीं मिली थी तीन विभागों की रिपोर्ट

शिशुरोग विभाग, एनेस्थिीसिया और नेत्र विभाग में एमसीआई की टीम द्वारा किए गए निरीक्षण के बाद जो खामियां पाई गई थीं। उन्हें प्रबंधन ने सुधार लिया था। हालांकि नेत्र विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर की कमी थी, जिसकी जानकारी भी एमसीआई को दी गई थी, लेकिन यह रिपोर्ट एमसीआई को नहीं मिली थी। इसी गफलत के कारण एमसीआई ने शिशु रोग और एनेस्थिीसिया विभाग में पीजी की सीटें देने से इंकार कर दिया था।
-यहां भी उम्मीदों पर फिरा था पानी

बीएमसी में मेडिसिन, सर्जरी और हड्डी विभाग में पीजी की सीटें मिलने की उम्मीद की जा रही थी। इन विभागों में एक-एक सहायक प्राध्यापकों की कमी थी, जिसे प्रबंधन ने इंटरव्यू के जरिए पूरा कर लिया था। वहीं, एमसीआई की टीम ने निरीक्षण के बाद ओके रिपोर्ट भी दी थी। लेकिन फाइनल रिपोर्ट में तीन-तीन सहायक प्राध्यापकों की कमी बताकर इन विभागों को पीजी की सीटें नहीं दी। प्रबंधन का कहना है कि निरीक्षण के दौरान एमसीआई की टीम ने जितने सहायक प्राध्यापक कम थे उनकी भरपाई कर दी गई थी, लेकिन बाद में एमसीआई ने अलग से इन सहायक प्राध्यापकों की कमी बताकर आवेदनों को खारिज कर दिया।


एमसीआई ने बीएमसी की अपील स्वीकार कर ली है। २४ फरवरी को दिल्ली में सुनवाई होगी। ५ विभागों के विभागाध्यक्ष दिल्ली में अपना पक्ष रखेंगे। उम्मीद है कि इन सभी विभागों में पीजी की सीटों की मंजूरी मिल जाएगी।

डॉ. जीएस पटेल, डीन बीएमसी

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