सागरPublished: Oct 09, 2019 11:43:54 am
anuj hazari
सुबह से हुई देवी पंडालों में मां दुर्गा की पूजा
mmersion of mother goddess statue till late night
बीना. नौ दिनों तक क्षेत्रवासी शक्ति की भक्ति में लीन रहे। दशहरे पर हवन, पूजन के बाद प्रतिमाओं का विसर्जन धूमधाम से किया गया। विसर्जन के लिए मोतीचूर नदी पर प्रशासन चाक चौबंद व्यवस्थाएं की गई है। विसर्जन के पहले सभी देवी पंडालों में मां दुर्गा की पूजा की गई और हवन किया गया। इसके बाद दोपहर दो बजे से चल समारोह शुरू हो गए थे। श्रद्धालुओं ने ट्रैक्टर-ट्रॉली और ट्रक में माता रानी की झांकी सजाई थी और बैंड बाजे, साउंड की धुन में थिरकते हुए चल रहे थे। शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए झांकियां मोतीचूर नदी पहुंची, जहां नदी में प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया था। नदी पर नपा द्वारा प्रकाश व्यवस्था और तैराकों की व्यवस्था की गई थी, क्योंकि नदी में पानी ज्यादा था। इस वर्ष देवी प्रतिमाओं का विसर्जन के्रन से किया गया ताकि किसी के लिए नदी में न उतरना पड़े और घटना होने का भी डर न रहे। शहर में जगह-जगह पुलिस जवान तैनात किए गए थे, जिससे चल समारोह शांतिपूर्वक निकाले जा सके। देर रात तक चल समारोह निकलते रहे और मुख्य मार्गों पर झांकियां देखने वालों की भीड़ भी लगी रही।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी हुआ विसर्जन
ग्राम बसाहरी, भानगढ़, खिमलासा, आगासौद, नौगांव, बारधा, देहरी सहित सभी गांव में प्रतिमाओं का विसर्जन धूमधाम से किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
80 से अधिक प्रतिमाएं निकलीं
दोपहर से प्रतिमा विसर्जन का दौर शुरू हो गया था। प्रत्येक मूर्ति के साथ लगभग 40-50 से ज्यादा लोग शामिल हुए। शहर की मुख्य सड़कों पर प्रतिमाओं को देखने के लिए देर रात तक लोग खड़े रहे।
घाट पर चाकचौबंद रहीं व्यवस्थाएं
बड़ा मंदिर स्थित मोतीचूर नदी पर देर रात तक प्रतिमाएं विसर्जित हुईं। पुलिस ने दिन भर व्यवस्थाएं चाक चौबंद रखीं। एसडीएम केएल मीणा, एसडीओपी डीबीएस चौहान, तहसीलदार प्रशांत अग्रवाल व टीआई मैना पटेल दिन भर शहर में गस्त करते नजर आए। प्रत्येक चौराहों पर पुलिस बल आने-जाने वाले असामाजिक तत्वों पर नजर रखी। जिसके किसी प्रकार की अनहोनी न हो सके।
मोतीचूर नदी बचाओ समिति के हर समय रहे मौजूद
देवी विसर्जन की व्यवस्थाओं के लिए मोतीचूर नदी बचाओ अभियान समिति के सदस्य सुबह से ही नदी पर मौजूद रहे और विसर्जन के लिए आने वाली देवी प्रतिमाओं के विसर्जन में मदद की।