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अब Anemia से छुटकारा दिलाने online होगी मॉनीटरिंग

locationसागरPublished: Dec 08, 2017 02:31:12 pm

Submitted by:

Rajesh Kumar Pandey

स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास द्वारा किए जा रहे संयुक्त प्रयास नाकाफी साबित

Monitoring of anemia will be online

Monitoring of anemia will be online

सागर. एनीमिया अथवा खून की कमी किशोरियों में दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास द्वारा किए जा रहे संयुक्त प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। जिला अस्पताल में आने वाली ५० फीसदी महिलाएं एनीमिया से पीडि़त पाई गई हैं। इसकी वजह से ही गर्भवती महिलाओं की मृत्यु का ग्राफ बढ़ रहा है। इसे देखते हुए शासन ने अब एनीमिया पीडि़त किशोरियों की जानकारी जुटाने का निर्णय लिया है, ताकि इस समस्या को दूर किया जा सके। अब एनीमिया से पीडि़त किशोरी की जानकारी एकत्रित करने के लिए किशोरी कार्ड बनाने के साथ उसकी पूरी डिटेल विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन फीड की जाएगी। जिला अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ज्योति चौहान ने बताया कि जिला अस्पताल में आने वाली ५० फीसदी महिलाएं एनीमिया से पीडि़त पाई गई हैं। मातृत्व मृत्यु दर का आंकड़ा भी इसी वजह से बढ़ रहा है, यदि महिलाओं में खून की कमी नहीं होती है तो मृत्यु का आंकड़ा रोका जा सकता है। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक ८० फीसदी महिलाएं एनीमिया से पीडि़त हैं।
ये है उद्देश्य
एनीमिया से पीडि़त किशोरी की डिटेल किशोरी कार्ड में होगी जो ऑनलाइन दर्ज होगी। महिला एवं बाल विकास विभाग के अलावा स्वास्थ्य विभाग की ओर से पीडि़त किशोरियों की नियमित जांच हो सकेगी। अभी आंगनबाड़ी केंद्रों या स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाली किशोरियों को विभाग की ओर से जांच की जाती है। लेकिन कुछ समय बाद किशोरी अस्पताल नहीं जाती हैं या कार्यकर्ता द्वारा उस पर ध्यान नहीं दिया जाता है, जिससे एनीमिया की समस्या दूर नहीं हो पाती है। जबकि कार्ड बनने के बाद ऑनलाइन मॉनीटरिंग के चलते पूर्ण रूप से स्वस्थ होने तक किशोरियों की जानकारी अधिकारियों द्वारा ली जाएगी।
अभी ये हो रहे काम
एनीमिया से पीडि़त किशोरियों की जांच व जागरूक करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग लालिमा अभियान आंगनबाड़ी केंद्रों पर चला रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से किशोरियों की जांच करके एनीमिया से पीडि़त होने पर उनका नियमित इलाज के साथ उन्हें आवश्यक दवाइयां मुहैया कराई जाती हैं।
किशोरी कार्ड में दर्ज होगा विवरण
लालिमा अभियान के दौरान किशोरियों की जांच की जाएगी। जहां किशोरी को एनीमिया से पीडि़त होने पर किशोरी कार्ड बनाया जाएगा। उसमें दी जा रही सेवा एवं हीमोग्लोबिन समेत दूसरी जांचों का पूरा विवरण होगा। इससे किशोरी की नियमित जांच होगी।
भोपाल से आदेश जारी
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा लालिमा अभियान के तहत किशोरी कार्ड बनाएं जाएंगे। इसके लिए भोपाल से आदेश जारी हुआ है। जिले में तीन से चार दिनों में यह काम शुरू हो जाएगा।
प्रदीप राय, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास
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