रविवार को सुबह से ही तेज धूप रही। अधिकतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री अधिक 40.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया लेकिन आंधी ने हलचल मचा दी। पश्चिमी विक्षोभ से पश्चिमी राजस्थान से उठे तूफान का असर दिखाई देने लगा। दोपहर में आसमान पर धूल के गुबार छा गए। अंधड़ से वाहनों की रफ्तार थम गई, लोग सुरक्षित स्थान की तरफ भागने लगे। शहर के आसपास पेड़ व डालियां टूटकर गिरीं। ग्राम ढाना में कई स्थानों पर टीन के छप्पर उड़ गए। बिजली कड़कने के बाद थोड़ी देर बूंदाबांदी भी हुई और फिर मौसम समान्य हो गया। दोपहर 2.30 बजे शहर का अधिकतम तापमान 38 डिग्री था। आंधी के बाद शाम 5.30 बजे तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया। ढ़ाई घंटे में 5 डिग्री की गिरावट आई। वहीं न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
आज भी तेज हवा के साथ गरज की संभावना
मौसम विभाग की मानें तो सोमवार को भी तेज हवा के साथ सागर संभाग में गरज चमक की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार राजधानी सहित पूरे प्रदेश में तापमान बढ़ा हुआ हैं। साथ ही पश्चिमी राजस्थान पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना है। राजस्थान से उत्तरी मध्य प्रदेश से होकर उत्तरी छत्तीसगढ़ तक एक ट्रफ बना है। इसी तरह विदर्भ से उत्तरी मराठवाड़ा तक भी एक ट्रफ बना हुआ है। इससे कुछ नमी भी आ रही है। लेकिन तापमान अधिक होने और वातावरण में नमी कम रहने से ठंडी और गर्म हवा का टकराव होने से आंधी के साथ ही गरज-चमक की स्थिति बन रही है। यह प्री मानसून एक्टिविटी का हिस्सा है। आगे भी इस तरह की स्थिति समय-समय पर बनती रहेगी।