परीक्षार्थियों पर बढ़ता है दबाव
विभाग के इस निर्णय से प्राइवेट परीक्षार्थियों पर मानसिक दबाव बढ़ सकता है। जब परीक्षार्थी इन अतिसंवेदनशील केंद्रों पर परीक्षा देने पहुंचता है तो यहां तैनात पुलिस और प्रेक्षकों की टीम को देखकर वह असहज और डरा हुआ महसूस करता है। परीक्षा के दबाव में कुछ बच्चों के आत्मघाती कदमों से सब चिंतित हैं। जानकारी के अनुसार हाल ही में भोपाल में हुई बैठक में इस व्यवस्था को बदलने की बात भी सागर के अधिकारियों ने की थी।
4 साल से नहीं हुआ बदलाव
विभाग द्वारा जिले में छह परीक्षा केंद्रों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। इनमें सागर के शासकीय पं. रविशंकर शुक्ल उमावि, एमएलबी क्रमांक-1, शासकीय संभागीय आवासीय विद्यालय तिली, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुरानी सदर, खुरई के शासकीय पं. केसी शर्मा उमावि और बीना के शासकीय उमावि क्रमांक-2 को शामिल किया गया है। ये सभी केंद्र प्राइवेट परीक्षार्थियों के हैं। इन केंद्रों को पिछले चार सालों से अतिसंवेदनशील सेंटर बनाया जा रहा है। जबकि सभी केंद्रों पर नकल के प्रकरण नहीं बनते हैं।
एमएलबी स्कूल में कोई नक ल का प्रकरण नहीं बनता है। इस सेंटर पर लगभग 1 हजार प्राइवेट परीक्षार्थियों का पेपर होगा इसलिए यह अतिसंवेदनशील सेंटर माशिमं द्वारा बनाया गया है।
वायएस राजपूत, प्राचार्य एमएलबी स्कूल