कलेक्टर प्रीति मैथिल नायक ने कहा कि अगर आपने कोई लक्ष्य निर्धारित कर लिया तो उसे पाना असंभव नहीं। उन्होंने छात्रों के एक सवालों के उत्तर में कहा कि जब में हायर सेकेण्डरी परीक्षा में उत्तीर्ण हुई थी और मुझे भी कलेक्टर बनने का जुनून छाया हुआ था, किन्तु मुझे कोई मार्गदर्शक नहीं मिला। मेरी मां ने कहा कि तुम सीधे जाकर कलेक्टर से बात करो तब मैंने तत्कालीन सीहोर कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह से मुलाकात कर कलेक्टर बनने की तैयारी की बिन्दूवार जानकारी ली। Ÿसिंह की जानकारी के पश्चात कड़ी मेहनत करके आज इस मुकाम तक पहुंची। आप लोगों को जब भी मेरे मार्गदर्शन की आवष्यकता हो मुझसे हर संभव सहयोग ले सकते है।
संयुक्त संचालक लोक षिक्षण सागर संभाग सागर आरएन शुक्ला ने कहा कि आपका लक्ष्य ही आपको शिखर तक पहुंचाता है। उन्होंने कहा कि जब मैंने टीव्ही पर देखा की परीक्षा परिणाम में सागर जिले का जलवा की ब्रेकिंग न्यूज चल रही थी तब न केवल मेरा बल्कि पूरे विभाग का सीना गर्व से फूल गया।
डीइओ महेन्द्र प्रताप तिवारी ने कहा कि विद्यार्थी प्रवीण्य सूची में नहीं आ पाए है या परीक्षाफल में असफल रहें है। उनको निराश होने की आवष्यकता नहीं है क्योंकि शासन द्वारा छात्र हित में ”रूक जाना नहीं योजना” लागू की गई है। जिससे विद्यार्थियों की साल खराब नहीं होगी और वो इस योजना के तहत जून माह में ही परीक्षा में सम्मिलित होकर आगे बढेंगे। कार्यक्रम का संचालन डा. धीरेन्द्र मिश्रा एवं नीलेष चौबे ने किया।
कार्यक्रम के अंत में कमिश्नर, कलेक्टर द्वारा प्रवीण्य सूची में आए विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह एवं मेडल प्रदान किए गए। साथ ही उनके माता-पिता का भी संम्मान किया गया।