ये तीन बड़े कार्य हुए
जैसीनगर को तहसील का दर्जा।
बिलहरा में 115 करोड़ लागत की परकुल मध्यम सिंचाई परियोजना का कार्य शुरू।
समनापुर-बिलहरा-नन्नी देवरी में 100 करोड़ की लागत से सीसी सड़क।
इन मामलों में विधायक पारुल साहू मुख्य भूमिका में रहीं। हालांकि, गोविंद सिंह का दावा था कि उनके द्वारा पूर्व में किए गए प्रयासों के कारण ही क्षेत्र को यह सौगातें मिली हैं।
जैसीनगर को तहसील का दर्जा।
बिलहरा में 115 करोड़ लागत की परकुल मध्यम सिंचाई परियोजना का कार्य शुरू।
समनापुर-बिलहरा-नन्नी देवरी में 100 करोड़ की लागत से सीसी सड़क।
इन मामलों में विधायक पारुल साहू मुख्य भूमिका में रहीं। हालांकि, गोविंद सिंह का दावा था कि उनके द्वारा पूर्व में किए गए प्रयासों के कारण ही क्षेत्र को यह सौगातें मिली हैं।
ये काम अब भी अधूरे
जैसीनगर में कॉलेज की मांग।
सुरखी में राष्ट्रीयकृत बैंक नहीं, जिससे सभी परेशान हैं।
मोकलपुर तिराहा से चांदोनी-पडऱई होते हुए राहतगढ़ तक 51 किलोमीटर की सीसी सड़क
की डिमांड।
पारुल ने विभिन्न सभाओं में ये मांगें उठाई हैं। बीते दिनों मुख्यमंत्री की सभा में भी अपनी बात रखी थी। इधर, कांग्रेस के गोविंद सिंह ने भी इन समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन किए हैं।
जैसीनगर में कॉलेज की मांग।
सुरखी में राष्ट्रीयकृत बैंक नहीं, जिससे सभी परेशान हैं।
मोकलपुर तिराहा से चांदोनी-पडऱई होते हुए राहतगढ़ तक 51 किलोमीटर की सीसी सड़क
की डिमांड।
पारुल ने विभिन्न सभाओं में ये मांगें उठाई हैं। बीते दिनों मुख्यमंत्री की सभा में भी अपनी बात रखी थी। इधर, कांग्रेस के गोविंद सिंह ने भी इन समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन किए हैं।
सुरखी विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई, पेयजल के साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर रहा है। सिंचाई व पेयजल परियोजनाओं के लिए संघर्ष किया है। चूंकि कई परीयोजनाएं बड़ी हैं। इस वजह से थोड़ा वक्त लगेगा।
पारुल साहू, विधायक सुरखी
लगातार विधायक रहते हमने क्षेत्र के विकास के लिए तमाम कार्य किए हैं। विपक्ष में रहते हुए क्षेत्र की समस्याओं को उठाया और प्रशासन के संज्ञान में लाए। यही वजह है जब सरकार को यहां के विकास के लिए परियोजनाओं को स्वीकृति देना पड़ी।
गोविंद सिंह राजपूत, पूर्व विधायक व कांग्रस के राष्ट्रीय सचिव
सुरखी में एक भी राष्ट्रीयकृत बैंक नहीं है, जिसके कारण पूरे क्षेत्र के लोग परेशान हैं। इसकी ओर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया है।
तुसलीराम नामदेव, व्यापार सुरखी
जैसीनगर और राहतगढ़ का विकास हुआ, लेकिन सुरखी में स्थानीय स्तर पर कोई बड़े प्रयास नहीं हुए हैं। हाल ही में नगर पंचायत बनाने को लेकर घोषणा जरूर की गई है।
कमल जैन, स्थानीय निवासी सुरखी
पारुल साहू, विधायक सुरखी
लगातार विधायक रहते हमने क्षेत्र के विकास के लिए तमाम कार्य किए हैं। विपक्ष में रहते हुए क्षेत्र की समस्याओं को उठाया और प्रशासन के संज्ञान में लाए। यही वजह है जब सरकार को यहां के विकास के लिए परियोजनाओं को स्वीकृति देना पड़ी।
गोविंद सिंह राजपूत, पूर्व विधायक व कांग्रस के राष्ट्रीय सचिव
सुरखी में एक भी राष्ट्रीयकृत बैंक नहीं है, जिसके कारण पूरे क्षेत्र के लोग परेशान हैं। इसकी ओर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया है।
तुसलीराम नामदेव, व्यापार सुरखी
जैसीनगर और राहतगढ़ का विकास हुआ, लेकिन सुरखी में स्थानीय स्तर पर कोई बड़े प्रयास नहीं हुए हैं। हाल ही में नगर पंचायत बनाने को लेकर घोषणा जरूर की गई है।
कमल जैन, स्थानीय निवासी सुरखी