जानकारी के अनुसार सागर जिले के बीना से अपने परिवार के साथ जगन्नाथपुरी गई युवती अचानक होटल से गायब हो गई। उसका शव समुद्र किनारे मिला। जिसकी परिजनों ने पहनावे और गले, हाथ में पहनी अन्य चीजों से पहचान की है। 19 नंवबर को युवती (18) माता-पिता के साथ जगन्नाथपुरी के लिए निकली थी। 21 नवंबर के सुबह वे पुरी पहुंचे। एक होटल में रुके थे। युवती के पिता ने बताया कि 23 नंवबर को भुवनेश्वर, कोणार्क मंदिर जाना था, इसलिए सुबह सभी तैयार हो रहे थे। इसी बीच बच्ची गायब हो गई। कुछ देर तक वह नजर नहीं आई तो तलाश की। होटल के सीसीटीवी फुटेज में सुबह 5.40 बजे वह अकेली नीचे जाती दिखी। पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने स्टेशन, मंदिर, समुद्र के पास सहित अन्य जगहों पर तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद रात 7.30 बजे गुमशुदगी दर्ज की गई।
रिजर्वेशन होने से लौट आए घरवाले, दो लोग वहीं रूके
युवती के न मिलने पर पिता और दो अन्य साथी वहीं रुक गए थे और रिजर्वेशन होने के कारण अन्य सदस्य 23 नवंबर को लौट आए थे। 24 नवंबर की रात पिता और अन्य दो साथी भी तलाश करने के बाद वापस बीना आने के लिए रवाना हुए थे। शनिवार को जानकारी मिली थी कि एक युवती का शव समुद्र किनारे मिला है। हाथ, पैर में पहने हुए धागे, गले में पहने हुए तुलसी के माला से उसकी शिनाख्त की है।
चेहरा- हाथ जलाए, अंगुली काटी
थाने से जो तस्वीरें मिली, उसमें युवती का चेहरा, हाथ जला हुआ है। एक हाथ की अंगुली कटी नजर आ रही है। शरीर पर सिर्फ अंतरवस्त्र हैं, जिससे दुष्कर्म और बाद में जलाकर समुद्र में फेंकने की आशंका है।
घरवालों के साथ पहले भी गई थी पुरी
पिता ने कहा, वह दसवीं बार और बेटी छठवीं बार जगन्नाथपुरी गई थी। धार्मिक प्रवृत्ति की होने के कारण वह माता-पिता के साथ चारों धाम की यात्रा भी कर चुकी थी। बेटी पढ़ाई, लिखाई में भी आगे थी। बीना के एक कॉलेज से बीए फाइनल की पढ़ाई कर रही थी और गांव के एक निजी स्कूल पढ़ाती थी। उसके साथ घटना हुई है और ऐसे आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए।
हादसे पर फूटा जिलेवासियों का आक्रोश
घटना की जानकारी मिलने पर शहरवासियों में आक्रोश है। सुबह लोगों ने आंबेडकर तिराहा, सर्वोदय चौराहा पर दो घंटे तक प्रदर्शन कर एसडीओपी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। शाम को संगठनों ने कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी।
पिता के आने के बाद शिनाख्त की जाएगी और फिर पोस्टमार्टम होगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण और अन्य किसी प्रकार की घटना होने की पुष्टि हो पाएगी।
-चिन्मय रौत, पुलिस जांच अधिकारी, जगन्नाथपुरी