राशन के लिए लाइनें लग रहीं, लेकिन समय पर मिल रहा खाद्यान्य
सुरखी विस के तहत आने वाले बरोदा सागर ग्राम में पत्रिका की टीम ने जमीनी हकीकत जानी। राशन दुकान बंद थी लेकिन स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके यहां कुछ महीनों से समय पर राशन मिल रहा है। वितरण के समय लंबी लाइन लग जाती है, लेकिन राशन मिल जाता है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर से 24 किग्रा गेहूं और 11 किग्रा चावल कुल 35 किग्रा खाद्यान्न प्रति परिवार मिलने लगा है।
सोयाबीन खरीदी में किसानों में उत्साह
साल 2024 में पहली बार सोयाबीन की खरीदी हुई। बुंदेलखंड में सोयाबीन की पैदावार ज्यादा होती है, लेकिन दाम सही न मिलने के कारण किसान इससे दूर होने लगे थे। इस बार समर्थन मूल्य पर शुरू हुई सोयाबीन की खरीदी में 22 हजार किसानों ने अपनी 73 हजार मीट्रिक टन उपज बेची।
धान में लक्ष्य से पीछे
जिले में चल रही धान की खरीदी में इस बार अपेक्षाकृत निराशा देखने को मिल रही है। 2 दिसंबर से अब तक 1 हजार किसानों से 6500 मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है। पिछले वर्ष करीब 18 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी। हालांकि 20 जनवरी तक धान की खरीदी की जाएगी।
फैक्ट फाइल
-950 राशन दुकानें हैं जिले में
-19 लाख उपभोक्ता हैं
-4.82 परिवारों में खाद्यान वितरित हो रहा
इस पर मंत्री गोविंद सिंह का कहना था कि खाद्यान पहुंचाना हमारा लक्ष्य है। अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि इस कार्य में लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। राशन की कालाबाजारी रोकने में अब तक हम पूरी तरह से सफल हुए हैं। उपज के उर्पाजन में भी पारदर्शिता के साथ सागर समेत पूरे प्रदेश में काम हो रहा है।