10वीं का रिजल्ट देखने के लिए यहां Click करें।
12वीं का रिजल्ट देखने के लिए यहां Click करें। यहां बता दे कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा हाईस्कूल और हायरसेकंडरी स्कूल का रिजल्ट जिस तरह एक साथ ओपन किया था। उसकी दोनों ही कक्षाओं का सप्लीमेंट्री रिजल्ट भी ऑनलाइन एक साथ ही घोषित किया है। इस रिजल्ट में पास विद्यार्थियों को आगे की कक्षाओं में पढऩे का मौका मिलेगा। जबकि फेल विद्यार्थियों के पास एक और मौका परीक्षा को पास करने का होगा।
12वीं का रिजल्ट देखने के लिए यहां Click करें। यहां बता दे कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा हाईस्कूल और हायरसेकंडरी स्कूल का रिजल्ट जिस तरह एक साथ ओपन किया था। उसकी दोनों ही कक्षाओं का सप्लीमेंट्री रिजल्ट भी ऑनलाइन एक साथ ही घोषित किया है। इस रिजल्ट में पास विद्यार्थियों को आगे की कक्षाओं में पढऩे का मौका मिलेगा। जबकि फेल विद्यार्थियों के पास एक और मौका परीक्षा को पास करने का होगा।
सप्लीमेंट्री परीक्षा में फेल विद्यार्थी रुक जाना नहीं योजना के लाभ लेकर परीक्षा पास कर सकते है। रुक जाना नहीं योजना के तहत दूसरे चरण की परीक्षा दिसंबर 2018 में संपन्न होगी। इसका टाइम टेबल भी माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जल्द ही जारी किया जाएगा। इस परीक्षा में सप्लीमेंट्री परीक्षा में फेल विद्यार्थी शामिल हो सकते है। हालांकि, इस परीक्षा को रुक जाना नहीं के तहत पास करने के बाद उन्हें रेग्युलर अध्ययन करने का मौका नहीं मिलेगा। रुक जाना नहीं परीक्षा की अधिक जानकारी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की वेबसाइट से भी ली जा सकती है।
रिजल्ट जानने रही होड़
दसवीं और बारहवीं सप्लीमेंट्री का रिजल्ट आने के बाद परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों में रिजल्ट जानने की होड़ देखी गई। रिजल्ट घोषित होते ही परीक्षा में शामिल हुए बच्चे साइवर कैफ, मोबाइल आदि से अपना रिजल्ट जानते हुए नजर आए। वहीं कुछ लोगों ने स्कूल पहुंचकर भी रिजल्ट जानने की प्रयास किया। सागर, दमोह, टीकमगढ़ और छतरपुर में बड़ी संख्या में बच्चों ने सप्लीमेंट्री की परीक्षा दी थी।
दसवीं और बारहवीं सप्लीमेंट्री का रिजल्ट आने के बाद परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों में रिजल्ट जानने की होड़ देखी गई। रिजल्ट घोषित होते ही परीक्षा में शामिल हुए बच्चे साइवर कैफ, मोबाइल आदि से अपना रिजल्ट जानते हुए नजर आए। वहीं कुछ लोगों ने स्कूल पहुंचकर भी रिजल्ट जानने की प्रयास किया। सागर, दमोह, टीकमगढ़ और छतरपुर में बड़ी संख्या में बच्चों ने सप्लीमेंट्री की परीक्षा दी थी।