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इस तरह खरीदी से किसान को नहीं, व्यापारियों को हो रहा फायदा

locationसागरPublished: Mar 29, 2018 11:29:56 am

Submitted by:

Samved Jain

धरती के अंदर जीवाश्म ही देवता है: डॉ. कुसमरिया

Not the farmer, the merchants benefiting from the purchase

Not the farmer, the merchants benefiting from the purchase

सागर. भावांतर भुगतान योजना के तहत खरीदी की तारीख बढ़ा देने से छोटे किसानों को लाभ नहीं मिलेगा, बल्कि यह लाभ व्यापारी उठा लेंगे। इस तरह की शिकायतें और सुझाव एक किसान ने मंगलवार को जनसुनवाई में दिया है। ग्राम चंद्रपुरा से आए किसान जितेंद्र चौरसिया ने बताया कि भावांतर समर्थन मूल्य पर खरीदी की तारीख १० अप्रेल कर दी गई है जिससे किसान परेशान हैं। लगभग एक महीने पूर्व से फसल काटकर रखे किसानों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि छोटे और मध्यम वर्गीय किसानों ने कर्ज लेकर फसल बोई थी। यदि कर्ज समय पर नहीं चुकाया गया तो साहूकार परेशान करेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उल्लेख किया है कि खरीदी विलंब से होने पर व्यापारियों को ही लाभ होगा। पूर्व में अधिकांश किसान चना, मसूर की फसल व्यापारी को बेंच चुके हैं।

दिव्यांग दपंती ने मांगी ट्रायसाइकिल
कर्रापुर बहेरिया से आई आवेदिका रश्मि पटेल ने बताया कि वह एक गरीब महिला है जो दोनों पैरों से विकलांग है। पति राजेश पटेल भी विकलांग है। उन्होंने ट्रायसाइकिल के लिए आवेदन किया। १३७ आवेदनों पर सुनवाई कर अधिकारियों ने संबंधित विभागों को समस्याओं के निराकरण के निर्देश दिए। सुनवाई में कलेक्टर आलोक कुमार सिंह द्वारा प्राधिकृत अधिकारी सिटी मजिस्ट्रेट अविनाश रावत, निगम उपायुक्त डॉ. प्रणय कमल खरे, डिप्टी कलेक्टर सीपी पटेल समेत अन्य लोगों की समस्याएं सुनीं।

धरती के अंदर जीवाश्म ही देवता है: डॉ. कुसमरिया
सागर. धरती के अंदर जीवाश्म ही देवता हैं, इनकी पूजा करनी चाहिए और इसी भाव के साथ किसानों को खेती करनी चाहिए, तभी जैविक खेती संभव होगी। यह बात पूर्व कृषि मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने कही। वे तिली में आयोजित दो दिवसीय कृषि कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, प्रदेश का भारत में जैविक कृषि के उत्पादन में सर्वाधिक योगदान है। इस दौरान उन्होंने जैविक खेती के लिए बनाई गई नीतियों के बारे में भी बताया। कार्यशाला में किसानों ने खेती के नवाचार भी बताए। कार्यशाला में अतिथियों के रूप में सोमनाथ राय, एमके चौबे मौजूद थे।

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