scriptगाजे-बाजों के साथ माता की मूर्ती को लेकर आए भक्त, विशेष मुहूर्त में की घट स्थापना | navratri | Patrika News

गाजे-बाजों के साथ माता की मूर्ती को लेकर आए भक्त, विशेष मुहूर्त में की घट स्थापना

locationसागरPublished: Sep 29, 2019 08:20:26 pm

प्राचिन देवी मंदिरों में लगी सुबह से भक्तों की कतार, रोशनी से जगमगा उठा शहर
 

गाजे-बाजों के साथ माता की मूर्ती को लेकर आए भक्त, विशेष मुहूर्त में की घट स्थापना

गाजे-बाजों के साथ माता की मूर्ती को लेकर आए भक्त, विशेष मुहूर्त में की घट स्थापना

सागर. शारदीय नवरात्र का शुभारंभ विशेष सर्वार्थसिद्धि और अमृत सिद्धि योग में हुआ। हाथी पर सवार होकर मां आईं। रविवार को शहर में मां की मूर्तियां विराजीं। इस दौरान माता मंदिरों में शुभ मुहूर्त में घटस्थापना हुई, तो माता को विराजित करने के लिए धूम धाम से लोगों माता प्रतिमाओं को लेकर गए। सार्वजनिक दुर्गोत्सव समितियों द्वारा विधि-विधान से माता मूर्तियां विराजित की गईं। नवरात्रि के पहले दिन माता मंदिरों में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। शहर भर में करीब २०० से ज्यादा प्रतिमाएं स्थापित हुई। नवरात्रि आते ही पूरा शहर दुल्हन के जैसा सजा हुआ, रात में लाइटों की रोशनी शहर जगमगा गया।

पहले दिन सुबह से ही माता के दरवार में सुबह से ही भक्तों का ताता लगा रहा। मां के दरवार में भजन, गीतों के कारण सारा वातावरण भक्तिमय हो गया। धार्मिक स्थलों पर मां के दर्शनों के लिए भक्त लंबी कतारें लगाए खड़े थे। तो दूसरी ओर पंडाल में मूर्ति की स्थापना के लिए भक्त गाजे-बाजे के साथ मूर्ति लेकर पहुंचे। माता के भक्तों ने नाच गाकर स्वागत किया। नवरात्री का पर्व पर सभी वर्गो में उत्साह चरम पर रहता है।

रानगिर पहुंचे भक्त

शहर से लगे प्राचीन रानगिर माता मंदिर में भी सुबह से ही श्रृद्धालुओं का आना शुरू हो गया, जो शाम के वक्त तक जारी रहा। कोई पैदल, तो कोई साष्टांग प्रणाम करते हुए माता के दरबार में पहुंचे। यहां शहर से ही नहीं बल्कि आस-पास कोई स्थानों से लोगों दर्शन करने के लिए पहुंचे।

जल चढ़ाने पहुंची महिलाएं
शहर के एक और प्राचीन बाघराज माता मंदिर में भी आस्था का सैलाब देखा गया। सुबह से महिलाएं यहां जल चढ़ाने के लिए पैदल पहुंची। सुबह के वक्त घटस्थापना व पूजन के साथ माता की आरती की गई। मंदिर में नौ दिन तक भीड़ बनी रहेगी।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो