कोरोना काल में नए कामों को मंजूरी, लेकिन सरकारी भवनों का नहीं किया जा रहा मेंटेनेंस
कई भवन ऐसे जहां नहीं कराया मेंटेनेंस तो हो सकता है हादसा

बीना. कोरोना काल में नए कामों को कराने के लिए स्वीकृति मिल रही है, लेकिन वह सरकारी ऑफिस जहां पर कर्मचारी काम कर रहे हैं उनमें कई भवन जर्जर स्थिति में है, जहां पर मेंटेनेंस नहीं कराया गया तो वहां हादसा भी हो सकता है। इसके बाद भी वहां पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है मानों कोई हादसा होने का इंतजार अधिकारी कर रहे हैं। कई सरकारी ऑफिस में भले ही बाहर से रंग रोगन दिखाई देता हो, लेकिन हकीकत कुछ और ही है, हाल यह है कि कई ऑफिसों में अंदर से इतनी बड़ी दरारें आ गई हैं कि वह भवन कभी भी ढह सकता हैं, लेकिन इनका मेंटेनेंस नहीं किया जा रहा है। इसी प्रकार का हाल एसडीएम कार्यालय का है जहां पर रोजाना लोग अपने काम कराने के लिए आते हैं, कर्मचारी वहीं बैठकर काम रहे हैं, लेकिन दीवारों में बनी कई इंच गहरी दरारों को भरा नहीं जा रहा है। दरअसल सरकारी ऑफिसों का मेंटेनेंस पीडब्ल्यूडी के लिए कराना चाहिए, लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। एसडीएम कार्यालय के अंदर दीवारें दरक गई हैं और बारिश में तो यहां से पानी तक रिसने लगता है और सीलन से दस्तावेज खराब होने का डर भी रहता है।
मिला था आइएसओ
करीब सात वर्ष पहले बीना तहसील को अच्छी व्यवस्थाओं, सफाई और लोगों की सुविधाओं में विस्तार करने को लेकर आइएसओ मिला था। यह सब तत्कालीन एसडीएम आइएएस कर्मवीर शर्मा के प्रयास से हुआ था, लेकिन उनके जाने के बाद आइएसओ भी छिन गया और व्यवस्थाएं गड़बड़ा गई हैं। अब एसडीएम चेंबर को छोड़कर बाकी जगहों की हालत काफी खराब है।
अन्य विभागों में भी यही हाल
अन्य विभागों में भी कुछ इसी प्रकार की स्थिति है, जिसमें कृषि विभाग में फर्स के टाइल्स उखड़ गए हैं तो वहीं बीआरसीसी ऑफिस में भी कई जगहों पर दरारें हो गई हैं। जनपद पंचायत में भी कुछ इसी प्रकार की स्थिति देखने के लिए मिल रही है। इसके बाद भी पीडब्ल्यूडी के अधिकारी हाथ पर हाथ रखे शायद होने का इंतजार कर रहे है।
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