नहीं की जाती कार्रवाई
सागर•Feb 25, 2019 / 08:37 pm•
anuj hazari
No police verification of unsafe students, drivers and cleaners in school vehicles
बीना. शहर में स्थित सभी निजी स्कूलों की बसों से विद्यार्थियों को लाया ले जाया जा रहा है, लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि इन बसों को ऑपरेट करने वाले कर्मचारियों का न तो पुलिस वैरीफिकेशन है न ही बसों की समय-समय पर जांच की जाती है। जिसके कारण विद्यार्थी हमेशा ही असुरक्षा के बीच स्कूल आते-जाते हैं, लेकिन इस ओर कार्रवाई करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों को इस बात से कोई लेना-देना नहीं है। यदि समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो किसी दिन बड़ी घटना हो सकती है। गौरतलब है कि शहर में फर्राटे भर रहीं करीब दो दर्जन से ज्यादा बसों में न तो कैमरे लगे हैं न ही फास्ट एंड बॉक्स जैसी प्राथमिक सुविधाएं दी गई हैं। जबकि यह सब अनिवार्य रुप से व्यवस्था बसों में होना आरटीओ की ओर से तय किया गया है, लेकिन इसका पालन किसी भी स्कूल में नहीं किया जा रहा है। सीसीटीवी कैमरे भी सभी स्कूल बसों में नहीं लगे हुए हैं।
महिला क्लीनर भी नहीं स्कूल वाहनों में
शहर में चलने वाली एक भी स्कूल बस में महिला क्लीनर नहीं है जबकि छात्राओं को ध्यान में रखते हुए हर स्कूल बस में महिला क्लीनर होने के निर्देश जारी किए गए थे। बाबजूद इसके आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है। पिछले वर्ष प्रदेश के तत्कालीन परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने सभी स्कूल बसों की जांच कराकर जल्द ही निमय का पालन करने के लिए कहा था, लेकिन कुछ ही दिन बाद आदेश हवा हो गया और फिर से नियमों की धज्जियां उडऩे लगी।
पुलिस और आरटीओ की नहीं कार्रवाई में रुचि
जहां एक ओर स्कूल प्रबंधन द्वारा खुद ही व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया जाता है तो वहीं दूसरी ओर नियमों का सख्ती से पालन करने के लिए पुलिस व आरटीओ की भी रुचि नहीं हैं। जिसके कारण दिनों दिन स्थिति बिगड़ती जा रही है।
चलाया जाएगा अभियान
जल्द ही स्कूल बसों की जांच करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। जिसमें ड्राइविंग लायसेंस, फिटनेश सहित अन्य जरुरी चीजों की जांच की जाएगी।
अनिल मौर्य, थाना प्रभारी, बीना
Home / Sagar / स्कूल वाहनों में असुरक्षित विद्यार्थी, ड्राइवर व क्लीनर का नहीं पुुलिस वैरीफिकेशन, पढ़े खबर