सागरPublished: Mar 01, 2019 09:12:07 pm
anuj hazari
मेटल डिटेक्टर से भी नहीं होती जांच
Not even scanning machine at this station after having a big junction
बीना. बड़ा जंक्शन होने के बाद भी बीना स्टेशन पर सुरक्षा की दृष्टि से स्कैनिंग मशीन नहीं लगाई गई है। जिसके कारण यह पता नहीं चल पाता है कि यात्री के बैग में कोई विस्फोटक या अन्य ऐसी प्रतिबंधित वस्तु तो नहीं है। जबकि यह सुविधा बीना स्टेशन बहुत पहले ही शुरू कर देनी चाहिए थी। इसके बाद भी रेलवे अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं जा रहा है। यदि सुरक्षा के लिए स्कैनिंग मशीन स्टेशन पर लगा दी जाए तो कई घटनाओं को होने से पहले ही रोका जा सकता है। इसका सबसे बड़ा कारण यह भी रहता है कि जो भी व्यक्ति इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त रहता है वह कुछ भी गलत करने के पहले ही स्कैनिंग मशीन के कारण स्टेशन परिसर में प्रवेश ही नहीं करेगा। अभी बीना स्टेशन से जो भी लोग यात्रा करते हैं वह असुरक्षा के बीच ही यात्रा करते हैं। क्योंकि न तो उनकी जांच होती है न ही ट्रेन से आने के बाद बाहर जाने वाले यात्री की जांच हो पाती है।
कभी कभार ही होती है मेटल डिटेक्टर से जांच
जब कभी रेलवे द्वारा हाई अलर्ट जारी किया जाता है या फिर स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस पर ही पुलिस के जवान मेटल डिटेक्टर मशीन से जांच करते हैं। जबकि यह काम हमेशा के लिए ही शुरू कर देना चाहिए।
एफओबी पर ही होनी चाहिए मशीन
बाहर से आने वाले लोगों के लिए स्टेशन को दोनों तरफ एफओबी मेटल डिटेक्टर मशीन लगाई जानी चाहिए। ताकि कोई भी व्यक्ति बिना किसी जांच के अंदर नहीं जा सके। इससे काफी हद तक अपराध पर अंकुश भी लगाया जा सकता है। अभी डिटेक्टर मशीन न होने के कारण लोग सीधे स्टेशन के अंदर आ जाते हंै जो कोई भी बस्तु लेकर जाए उसे पकड़ा नहीं जा सकता है।
प्राथमिकता से किया जा रहा है काम
स्टेशन पर समय-समय पर जीआरपी मेटल डिटेक्टर मशीन से यात्रियों की जांच करती है, लेकिन स्टेशन पर स्थाई स्कैनर और मेटल डिटेक्टर मशीन लगाने के लिए योजना तैयार की जा रही है। जल्द ही कई स्टेशनों पर मशीनें लगाईं जाएगीं।
विवेक सागर, कमांडेंट, आरपीएफ, भोपाल