कम आईं पैडल बोट, वाटर रोलर व बनाना राइड के दर्शन ही नहीं हुए
सागरPublished: Nov 13, 2017 01:04:10 pm
एजेंसी को अनुबंध के मुताबिक झील में वाटर स्पोर्ट एक्टीविटीज को बढ़ावा देने की दिशा में स्पीड बोट, बनाना राइड, वाटर रोलर, पैडल बोट जैसे संसाधन लाने थे
Not only did the visit of low pedal boat water roller and banana rides
सागर. लाखा बंजारा झील में पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर पर्यटन विभाग के अधिकारियों और संचालन एजेंसी की मिलीभगत होने की बात सामने आ रही है। एजेंसी को अनुबंध के मुताबिक झील में वाटर स्पोर्ट एक्टीविटीज को बढ़ावा देने की दिशा में स्पीड बोट, बनाना राइड, वाटर रोलर, पैडल बोट जैसे संसाधन लाने थे लेकिन चार पैडल बोट में ही ठेकेदार ने एक साल का समय निकाल लिया। ये पैडल बोट्स पुरानी थी, जबकि स्पीड बोट कुछ दिन ही झील में चली।
न कैमरा लगे और न ही म्यूजिक सिस्टम
सूत्रों के मुताबिक अनुबंध में झील बोट क्लब पर चारों ओर सीसीटीवी कैमरा लगाए जाने थे लेकिन क्रूज संचालन को एक वर्ष से ज्यादा का समय बीत गया और कैमरे नहीं लगे हैं। यही हाल म्यूजिक सिस्टम के साथ भी हुआ। क्रूज में तो म्यूजिक सिस्टम लगा था लेकिन झील बोट क्लब पर एेसी कोई सुविधा पर्यटकों को नहीं दी गई जिसके कारण शहरवासी आकर्षित नहीं हो सके।
श्रेय लूटने वाले नेता भी शांत
संजय ड्राइव पर झील बोट क्लब का निर्माण, क्रूज आदि को लेकर श्रेय लूटने वाले जनप्रतिनिधि अब इस अव्यवस्था को सुधारने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग भी क्रूज को लेकर वैसा गंभीर नहीं, जैसा होना चाहिए था।
क्रूज बंद होने की दूसरी वजह आ रही सामने
क्रूज बंद होने की वजह कुछ और बताई जा रही है। संजय ड्राइव से जुड़े लोगों का कहना है कि ठेकेदार पुनीत चतुर्वेदी के साथ कुछ और लोग भी इसमें पार्टनर थे, जिनमें आपस में विवाद होने के बाद क्रूज को बंद कर दिया गया। हालांकि क्रूज बंद होने के पीछे ठेकेदार तकनीकी समस्या होना बता रहा है लेकिन पत्रिका ने जब ठेकेदार से पूछा कि क्या खराबी आई है तो वह ठीक-ठीक जवाब नहीं दे पाया। लाखा बंजारा झील में पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर पर्यटन विभाग के अधिकारियों और संचालन एजेंसी की मिलीभगत होने की बात सामने आ रही है।