स्मार्ट फोन यूजर स्मार्ट यूजर का मतलब यहां मोबाइल फोन से है। अब शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में भी लोग स्मार्ट फोन के यूजर बन गए हैं। पहले घरों में लैडलाइन फोन हुआ करता था। अब घर के लगभग हर सदस्य के पास स्मार्ट फोन है। बाजार में नए-नए फीचर वाले फोन उपलब्ध हैं। कोरोना काल में बच्चों ने भी दो वर्ष तक मोबाइले के माध्यम से ही ऑनलाइन पढ़ाई की। मोबाइल विक्रेताओं की माने तोशहर के लगभग 80 प्रतिशत लोग स्मार्ट फोन चला रहे हैं हर दो साल अपने फोन को बदलकर नए फीचर वाले फोन खरीद भी रहे हैं।
घरों में तकनीक से जुड़ी महिलाएं तकनीक का उपयोग करने में महिलाएं भी पीछे नहीं हैं। वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेब ओवन, एलइडी या एलसीडी घर-घर में उपयोग हो रही हैं। इलेक्ट्रॉनिक दुकानदार मनीष हरयानी ने बताया कि शहर में लगभग 50 प्रतिशत घरों में एलइडी लग गई हैं। महिलाएं अपने काम को आसान बनाने के लिए इन उपकरणों का इस्तेमाल कर रही हैं। 40 प्रतिशत घरों में इन संसाधनों का इस्तेमाल हो रहा है। हर दुकान से रोजना 50 से ज्यादा प्रोडक्ट की बिक्री होती है।
नेट बैंकिंग दो वर्ष पहले ही बैंक में रुपए निकालने या जमा करने के लिए लंबी लाइन लगती थी। इस परेशानी से भी अपडेटेड टेक्नोलॉजी ने छुटकारा दिलवाया। अब बस मोबाइल से इंटरनेट के जरिए कहीं भी बैठे अपने बिल भरो। सेंट्रल बैंक से राजेश सिंघई इंटरनेट बैकिंग का महत्व लोगों ने समझा है। समय बचाने के लिए लोग इसका सहारा ले रहे हैं। शहर में करीब 50 प्रतिशत लोग नेट बैंकिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं।
भविष्य और पर्यावरण दोनों सुरक्षित इ-टेक्नोलॉजी के उपयोग बेशक शहर हाइटेक हो रहा है। इसके चलते भविष्य में इससे शहर में विकास के भी कई मौके बढ़ गए हैं। डॉ. आरपी मिश्रा कहना है कि शहर में जिस तरह से इ-रिक्शा, इ-साइकल और इ-बाइक्स का उपयोग हो रहा है वह पर्यावरणकम करने के साथ भविष्य में टांसपोर्टेशन की परिभाषा को भी बदलने का काम कर रहा है।
इसलिए मनाया जाता है दिवस 11 मई को भारत में नेशनल टेक्नोलॉजी डे मनाया जाता है। दरअसल मिसाइलमैन एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा टीम के साथ मिलकर 11 मई 1998 में परमाणु मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया किया। तभी इस दिवस को देशभर में मनाया जाता है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य हर क्षेत्र में टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देना है।