इंडियन पोस्टल बैंक में पिछले तीन माह में 7 हजार 300 लोगों ने खाते खुलवाए हैं। लेकिन अभी 35 फीसदी खाते इनमें निष्क्रिय बताए जा रहे हैं। यानी विभाग द्वारा 0 बैलेंस पर ये सेविंग अकाउंट खुलवाए गए थे, जिनमें लेनदेन भी अभी 0 ही है। इन खातों में कोई अदान-प्रदान नहीं किया जा रहा है। विभाग द्वारा सितंबर माह में बैंक खोला गया था। इसके बाद 1 दिसंबर से ई ट्रांजेक्शन की सर्विस शुरू हो गई है।
रोजाना 25 लोग घर पर ले रहे कैस
बैंक के शुरू होते ही डाकिया अब चि_ी ले जाने के साथ कैस लेकर भी घरों में पहुंच रहे हैं। डोर स्टेप सर्विस की तरफ लोगों का रूझान बड़ा है। करीब शहर में २५ लोग डाकिया से लेनदेन कर रहे हैं। 5 हजार रुपए का लेनदेन किया जा रहा है। डोर स्टेप सर्विस के तहत पैसो का लेन-देन करने में २५ रुपए का चार्ज लगता है। वहीं 1130 ग्राहकों ने करेंट एकाउंट खुलवाए हैं। इस करेंट एकाउंट में एक लाख रुपए का लेनदेन होता है, इसलिए छोटे-छोटे दुकानदार इससे जुड़़ रहे हैं।
शहर में इन ऑफिस में खुले एक्सिस प्वाइंट
सागर कैंट, सागर सिटी,मकरोनिया, डॉ. हरिसिंह गौर विवि, सदर बाजार, रजाखेड़ी, भूतेश्वर, सुभाषनगर, लक्ष्मीपुरा, बड़ा बाजार, नई गल्ला मंडी, तिली, गोपालगंज, कलेक्ट्रेड, बामोरा
क्या है आईपीपीबी सिस्टम
आईपीपीबी प्रोजेक्ट यानी इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक प्रोजेक्ट के तहत सभी डाकघरों में बैंकिंग सेक्टर की तरह लेन-देन की सुविधा रहती है। जिस तरह बैंकों में खाताधारकों के लिए बचत खाता, चालू खाता, मनी ट्रांसफर, बिल पेमेंट, खरीदारी की पेमेंट सहित अन्य सुविधाएं दी जाती हैं उसी तरह की सुविधाएं अब डाकघरों में भी मिलेंगी। इसके लिए डाकघर में लोगों को अलग से खाता खुलवाना होगा। इन खातों पर वे बैंकों की तर्ज पर मिलने वाली सुविधाओं को लाभ उठा सकेंगे।