सागरPublished: May 26, 2019 09:00:06 pm
sachendra tiwari
पत्रिका अमृतं जलम् अभियान
patrika Amritam Jalm Abhiyan
बीना. पत्रिका अमृतं जलम् अभियान के तहत रविवार की सुबह मोतीचूर नदी पर लोगों ने बढ़चढ़कर श्रमदान किया। तेज गर्मीके बाद भी करीब दो घंटे तक नदी की सफाईकी गई। श्रमदान करने वालों में महिलाओं ने भी भागीदारी की। श्रमदान करने करीब चालीस लोग पहुंचे थे।
पत्रिका, परमार्थ सेवा संगठन के सदस्य सहित शहर के अन्य लोग सुबह 7 बजे नदी पर श्रमदान करने पहुंच गए थे। बड़े मंदिर के सामने नदी में फैली पॉलीथिन सहित अन्य गंदगी को हटाने का काम शुरू किया गया। दो घंटों में लोगों ने एक ट्रॉली कचरा नदी से बाहर निकाला। घाट पर फैली गंदगी को भी साफ किया गया। साथ ही लोगों से नदी में कचरा न फेंकने की अपील भी की है। गौरतलब है कि मोतीचूर नदी की प्रशासन द्वारा उपेक्षा किए जाने के कारण नदी दिनों-दिन छोटी होती जा रही है। नदी की गहराईभी बहुत कम हो गईहै। जबकि यहां गहराईके साथ-साथ दोनों तरफपक्की दीवार बनाने की भी जरूरत हैं, जिससे मिट्टी का कटाव रुक सके। अभी बारिश में मिट्टी का कटाव होने से नदी में मिट्टी पहुंच जाती है। साथ ही यहां मूर्ति विसर्जन के लिए व्यवस्थित कुंड बनाने की भी जरूरत है, जिससे नदी साफरह सके। श्रमदान करने वालों में लक्ष्मीनारायण अग्रवाल, मुकेश राय, उमेश शर्मा, ओपी शर्मा, सीतराम ठाकुर, संकल्प सराफ, भूपेन्द्र राय, रोशन रजक, आरवीएस राय, टीकराम सिंह, अजीत सिंह, अभिजीत सिंह, धर्मेन्द्र नामदेव, ज्योति सराफ, सुनीता राय, अल्पना राय, मंजू बुंदेला, राजकुमारी सेन, मंजू साहू, समीना बी, नीलम सेन, रजनी सेन, कुमकुम ठाकुर, सीमा लोधी, इंदर देवलिया, तेजा बाई, अवतार ङ्क्षसह, सुधीर दुबे, दिनेशराव दांडगे, दौलत कुशवाहा, डालचंद पटेल आदि उपस्थित थे।
श्रमदान करने वालों को पिलाया ठंडा पानी
जीवन रेखा संस्था के संचालक गोल्डी अरोरा ने श्रमदान करने वालों के लिए ठंडे पानी, ग्लूकोज, ओआरएस की व्यवस्था की थी, जिससे गर्मी के मौसम में किसी को कोईपरेशानी न हो।