सागरPublished: Sep 10, 2018 04:30:34 pm
manish Dubesy
मशीन खराब होने की कही जा रही बात
Out of desperation due to non-distribution of foodgrains, resentful
यहां अधिकारियों का कहना कि ऑफलाइन भी हो सकता था वितरण
शनिवार देर शाम पहुंची टीम ने जांचे दस्तावेज
दो दिन से अधिकारी स्वयं बंटवा रहे राशन
सागर. सार्वजनिक वितरण प्रणाली में किस तरह से मनमानी की जा रही है, इसकी पुष्टि राहतगढ़ ब्लॉक के मेहर दुकान संचालक श्यामसुंदर अहिरवार की लापरवाही बयां कर रही है। करीब 825 हितग्राहियों वाली इस दुकान के संचालक ने बीते दो माह से राशन का वितरण ही नहीं किया था।
इस बात की जानकारी जैसे ही अधिकारियों के पास पहुंची तो शनिवार को अवकाश होने के बाद भी खाद्य विभाग के अधिकारी सक्रिय हुए और गांव पहुंचकर हकीकत का जायजा लिया। इसके बाद कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी जितेंद्र कुशवाहा ने स्वयं राशन का वितरण शुरू कराया और रविवार को भी अधिकारियों के सामने ही वितरण किया गया। इसके बाद भी केवल 125 हितग्राहियों को ही राशन का वितरण हो सका है। बताया जा रहा है कि अभी पूरे लोगों को वितरण होने में करीब तीन दिन का समय लग सकता है।
मशीन खराब होने का बहाना
मामले को लेकर मेहर पहुंचे अधिकारियों ने जब संचालक से पूछताछ की तो उन्होंने मशीन खराब होने की बात करते हुए अपनी समस्या सामने रखी, लेकिन अधिकारियों का कहना था कि विभाग की ओर से पहले ही यह आदेश जारी कर दिए गए थे कि यदि कहीं पर मशीन में खराबी या अन्य कोई तकनीकि खामी आती है तो राशन का वितरण ऑफ लाइन भी किया जा सकता है, लेकिन संचालक की लापरवाही और गैर जिम्मेदारी के चलते वितरण नहीं किया गया, जिसके कारण गरीब हितग्राहियों को दो माह तक राशन का वितरण नहीं हो सका। हालांकि अब अधिकारियों ने वितरण के साथ पूरी मामले की जांच कर दुकान संचालक श्यामसुंदर अहिरवार के खिलाफ कार्रवाई करना लगभग तय कर लिया है।
असामाजिक तत्वों पर भी होगी कार्रवाई
खाद्य विभाग के कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी जितेंद्र कुशवाहा ने बताया कि गांव में दो दिन से राशन वितरण करा रहा हूं, इस दौरान स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि गांव के कुछ असामाजिक तत्व भी सक्रिय हैं जो वितरण में बाधा बनते हैं।
कुशवाहा ने बताया कि लापरवाही को लेकर दुकान संचालक अहिरवार के साथ एेसे आसामाजिक तत्वों के खिलाफ भी कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।