शांतिपूर्ण चुनाव प्रशासन के लिए चुनौती, सुरक्षा इंतजाम के लिए एेसे कसी कमर
सागरPublished: Aug 12, 2018 10:02:03 am
व्यवस्थाएं पुख्ता करने की प्लानिंग में जुटा जिला और पुलिस प्रशासन
सागर. पारदर्शी और शांतिपूर्ण विधानसभा चुनाव करवाना जिला व पुलिस प्रशासन को किसी चुनौती से कम नहीं। जिले की आठों विधानसभाओं में चुनाव के दौरान किसी बड़े विवाद का रेकॉर्ड तो नहीं है, लेकिन मतदान प्रभावित करने के मामले सामने आते रहे हैं। ऐसे में जिला प्रशासन तमाम बिंदुओं पर सुरक्षा के इंतजाम में जुटा है। जिले में २ हजार से ज्यादा बूथ पर मतदान होगा। इसके लिए छह हजार से ज्यादा का बल तैनात होगा। पेट्रोलिंग पार्टियों की तैनाती होगी।
मतदान प्रभावित करने की कोशिश
चुनाव के दौरान मतदान प्रभावित करने के मामले सामने आते रहे हैं। वर्ष 2013 में छह व 2008 में सात मामले सामने आए थे।
रहली विधानसभा के गढ़ाकोटा, खुरई, बीना और सुरखी विधानसभा के कुछ केंद्रों पर मतदान प्रभावित करने की घटनाएं सामने आई थीं। इनमें प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों या समर्थकों ने शराब, रुपए, उपहार बांटने और मतदान प्रभावित करने की शिकायत निर्वाचन अधिकारी या पुलिस थानों में की थी। संवेदनशील व अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों को चिह्नित करने की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि बंडा, खुरई व सुरखी विधानसभा क्षेत्र में इस तरह के केंद्र सर्वाधिक बनते रहे हैं। इसकी मुख्य वजह बंडा व खुरई के मालथौन क्षेत्र की सीमाएं यूपी से सटी हैं।
सुरखी के अंदरूनी इलाके रायसेन व विदिशा जिलों की सीमाओं से लगे हैं, वे भी संवेदनशील श्रेणी में रखे जाते हैं।
मतदान के दौरान
बल की तैनाती
बूथों पर करीब- 6000
पेट्रोलिंग पार्टी- 200 दल
एक दल में- 900 जवान
थानों व चौकी पर- 2 हजार
पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स नाकाबंदी वाले मतदान केंद्र वाली विधानसभा
खुरई, बंडा, बीना सुरक्षा के बंदोबस्त करेंगे
– जिले में पिछले दो विधानसभा चुनावों में किसी भी विधानसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ को कैप्चर करने का मामला सामने नहीं आया। पुलिस ने 648 केंद्रों को क्रिटिकल के रूप में चिह्नित किया है। इस चुनाव में पोलिंग बूथ पर निर्धारित गाइडलाइन और संवेदनशीलता को देखते हुए सुरक्षा के तमाम बंदोबस्त करेंगे।
सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, एसपी