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आस्था के नाम पर लोग कर रहे हैं विरोध, रेलवे ओवर ब्रिज में एेसे फंस रहा पेंच

locationसागरPublished: Sep 15, 2018 10:31:33 am

Submitted by:

sunil lakhera

एनएच के जिम्मेदार अधिकारी मौन, ओवर ब्रिज बनाने का मामला

People are protesting in the name of faith Railway over bridge

People are protesting in the name of faith Railway over bridge

सागर. उपनगरीय क्षेत्र के बहुप्रतिक्षित आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) निर्माण की जद में आ रहे मंदिर को बचाने के लिए स्थानीय लोगों ने प्रयास शुरू कर दिए हैं, लेकिन जिम्मेदार एनएच के अधिकारी अभी भी मौन हैं।
प्रभाकर नगर स्थिति श्रीराम दरबार मंदिर के पुजारी पंडित केशव महराज ने इसी को लेकर क्षेत्रीय लोगों के साथ शनिवार शाम ६.३० बजे बैठक बुलाई है। जिसमें आरओबी को लेकर रणनीति बनाने की बात की जा रही है। कमेटी के सदस्य वीरेन्द्र गौर ने कहना है कि आरओबी निर्माण स्वागत योग्य है, लेकिन जब निजी भूमि बचाने के लिए दो बार आरओबी की डिजाइन बदली जा सकती है तो मंदिर को बचाने के लिए हाउसिंग बोर्ड की भूमि पर से नक्शा क्यों स्वीकृत नहीं कराया गया। आरओबी निर्माण में मंदिर बाधित न हो इसके लिए जिला प्रशासन को मंदिर को भूमि व मंदिर निर्माण पर पहल करना चाहिए।
वहीं आरओबी की सुपरविजन एजेंसी एनएच के अधिकारियों की लापरवाही और अनदेखी आरओबी मुसीबत खड़ी कर सकती है। एचएच के किसी भी जिम्मेदार ने विरोध शुरू होने के बाद अब तक अपनी ओर से कोई पहल नहीं की । एचएच के कार्यपालन यंत्री दीपक असाटी से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिल सका।

ट्रक मालिकों की हड़ताल, दो दिन में भरी रैक- सागर रेलवे स्टेशन के यार्ड में रैक से माल उतारने और उसके परिवहन के भाड़े को लेकर यूनियन की हड़ताल शुक्रवार को भी जारी रही। शनिवार को व्यापारियों और ट्रक मालिकों की बैठक में कोई फैसला हो सकता है। हड़ताल के कारण बुधवार को गेहूं लोड करने के लिए खड़ी रैक गुरुवार रात ११ बजे लोड हो पाई। अतिरिक्त समय लगने के लिए ठेकेदार पर रेलवे ने पेनल्टी की तैयारी कर ली है। फिलहाल यार्ड खाली होने के बाद शुक्रवार को कोई रैक लोडिंग, अनलोडिंग के लिए नहीं आया। मालयार्ड के सीजीएस एमके दुबे ने बताया कि व्यापारियों और ट्रक मालिकों के बीच भाड़े को लेकर विवाद चल रहा है। निर्धारित समय से ज्यादा देर तक रैक यार्ड में खड़े रहने के बाद व्यापारी को पेनल्टी लगाई जाएगी। सागर रेलवे यार्ड में गेहूं, खाद व सीमेंट की लोडिंग-अनलोडिंग होती है। हर महीने करीब २० रैक यार्ड में लगती है। सागर माल गोदाम से सागर जिला सहित बेगमगंज, रायसेन, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना तक का माल आता और जाता है। यहां पर माल का परिवहन करने का काम करने वाले करीब ५० ट्रक हैं। यूनियन के सचिव पवन रजक ने बताया कि ३ साल से भाड़ा न बढऩे के कारण वाहन मालिकों को घाटा हो रहा है। अब तक रेलवे से माल परिवहन करने वाले ट्रक मालिकों की यूनियन नहीं बनी थी, इसलिए किराया वृद्धि के बारे में कभी चर्चा नहीं हुई।

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