लोगों ने कहा रिफाइनरी है हमारे क्षेत्र के लिए अभिशाप
सागरPublished: Aug 22, 2018 09:05:18 pm
रिफाइनरी वरदान या अभिशाप को लेकर लोगों ने दी प्रतिक्रियाएं
People said refinery is the curse for our area
बीना. रिफाइनरी की स्थापना के समय लोगों ने रोजगार, नौकरी, क्षेत्र के विकास के जो सपने देखे थे वह सपने ही रह गए हैं, जिससे लोग परेशान हैं। इस संबंध में लोगों ने बुधवार को गांधी तिराहे पर एक कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें रिफाइनरी वरदान या अभिशाप की प्रतिक्रया ली गई। लोगों से एक रजिस्टर पर प्रतिक्रियाएं लिखवा कर हस्ताक्षर भी कराए गए। यह कार्यक्रम बिना किसी संस्था और राजनीतिक दल के बिना ही किया जा रहा है।
135 लोगों ने हस्ताक्षर किए और अपनी प्रतिक्रियाएं दी। जिसमें सभी ने रिफाइनरी को अभिशाप ही बताया। कार्यक्रम में रिफाइनरी के आसपास के ग्रामीण भी शामिल हुए। ग्रामीणों ने बताया कि रिफाइनरी के कारण भू-जल प्रदूषित हो रहा हैऔर वह पानी पीने से पेट संबंधी बीमारियां होने लगी हैं। ओमप्रकाश कैथोरिया ने कहा कि स्थानीय 90 प्रतिशत लोगोंं को रोजगार मिलना था जो नहीं मिला। रिफाइनरी का काम शुरू होने के बाद से किसानों की खेती भी प्रभावित हो रही है अब हम इसे अभिशाप ही कह सकते है। राजाराम अहिरवार ने कहा कि रिफाइनरी के कारण प्रदूषण से चर्मरोग हो रहा है। रोजगार दिलाने के मामले में यह हाल हैकि शट डाउन के कुछ दिनों में भी बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। किसान रामस्वरुप ठाकुर ने कहा कि रिफाइनरी के कारण गांव में पिछले छह माह से पानी पीते ही ग्रामीणों का पेट खराब हो रहा है। हैंडपंपों के पानी में डीजल की बदबू आ रही है। रिफाइनरी के कारण फसलें प्रभावित हो रही हैं, पैदावार में कमी आई है। लोग बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हंै। सुनील सीरोठिया ने बताया कि यह कार्यक्रम लगातार चलेगा और लोगों की प्रतिक्रियाएं ली जाएंगी। इसके बाद रिफाइनरी के खिलाफ जन आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष सावित्री यादव, मंडी अध्यक्ष लोकेन्द्र सिंह, नपाध्यक्ष नीतू राय, इंदरसिंह ठाकुर, वीरसिंह यादव, पीएन अहिरवार, राकेश सेन, अंशुल चौबे, कोमलचंद मथनया, ईश्वर दुबे आदि उपस्थित थे।