जीआरपी थाने में पदस्थ पुलिसकर्मियों को करनी पड़ रही अतिरिक्त ड्यूटी
सागर•May 15, 2019 / 09:02 pm•
anuj hazari
Police officials are not getting weekly drop due to lack of force
बीना. पुलिस बल की कमी के चलते जीआरपी थाने में पदस्थ पुलिसकर्मियों के लिए साप्ताहिक अवकाश नहीं मिल रहा है। जिसके कारण जवानों के लिए अतिरिक्त ड्यूटी करनी पड़ रही है। गौरतलब है कि जीआरपी थाने में अभी 80 लोगों का बल स्वीकृत है, लेकिन कभी भी पूरा बल जीआरपी थाने के लिए नहीं मिल सका है। यही कारण है कि कम बल होने के कारण पुलिसकर्मियों को प्रेशर में रहकर काम करना पड़ता है। सरकार लगातार नियुक्तियां करने के बाद सभी थानों में पर्याप्त बल देने का दम भरती है, लेकिन हकीकत इससे कुछ अलग है। गौरतलब है कि प्रदेश में चार महीने पहले नई सरकार के बनते ही पुलिस के लिए साप्ताहिक अवकाश देने की घोषणा की गई थी, लेकिन उस घोषणा के बाद उस पर कहीं पर भी अमल नहीं किया जा सका है। क्योंकि बल इतना कम है कि रोस्टर तैयार ही नहीं किया हो पा रहा है। जीआरपी थाना में यह प्रक्रिया लागू होने के बाद जो रोस्टर तैयार किया गया था, उसके बाद साप्ताहिक अवकाश देना तो शुरू किया गया, लेकिन लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने के बाद से ही पुलिसकर्मियों के अवकाश निरस्त किए गए तो वहीं साप्ताहिक अवकाश मिलना भी बंद हो गया। जीआरपी में टे्रन गार्ड में भी जवानों की ड्यूटी लगाई जाती है। जिसके लिए पहले से ही बल कम है ऐसी स्थिति में बल में वृद्धि न करना पुलिसकर्मियों को लिए परेशानी खड़ी करने लगा है। अभी जीआरपी थाने में स्वीकृत कुल 80 पुलिसकर्मियों की तुलना में केवल 53 लोग की पदस्थ है। जिनपर स्टेशन, टे्रन व सर्कुलर एरिया की सुरक्षा का जिम्मा है।
कम बल से ही चलाया जा रहा काम
पुुलिस बल की कमी के कारण हमें जो पुलिसकर्मी थाने में पदस्थ हैं, उन्हीं से ही अतिरिक्त ड्यूटी करानी पड़ रही है। लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखना हमारा कर्तव्य है। इसलिए सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास हमारी ओर से किए जाते हैं।
एसएन मिश्रा, थानाप्रभारी, जीआरपी