फोन कर बुलाया
काकागंज गल्र्स स्कूल में छात्राएं नई यूनिफॉर्म न मिलने से फटी-पुरानी युनिफॉर्म में आईं। १०.३० बजे स्कूल खुलने का समय तय था। १२ बजे तक फोन लगाकर बच्चों को बुलाया जा रहा था। मध्याह्न भोजन में पूड़ी-हलवा नहीं, बल्कि मूंगदाल और रोटी परोसी गई। पुस्तकें बांटकर औपचारिकता हुई। एचएम आरपी शुक्ला ने बताया १४० बच्चे दर्ज हैं। पहले दिन १४ ही आए।
मिड डे मील गायब
माध्यमिक कन्या शाला गोपालगंज में १२ बजे तक ७ छात्राएं पहुंची थीं। यहां ७० बच्चे दर्ज हैं। इनका तिलक लगाकर स्वागत हुआ और पुस्तकें दी गईं। पहले ही दिन छात्राओं को मध्याह्न भोजन नहीं मिला। एचम शर्मिला दुबे ने कहा कि विद्यार्थियों की उपस्थिति कम रही। मध्याह्न भोजन भी नहीं आया। सोमवार से संख्या बढऩे की उम्मीद है।
यहां नहीं आए बच्चे
प्राथमिक शाला राजीवनगर और प्राथमिक शाला गोपालगंज में विद्यार्थियों की उपस्थिति न के बराबर रही। राजीवनगर में दो और गोपालगंज में एक बच्ची आई। गोपालगंज की एचएम सावित्री राजपूत ने बताया कि बच्चों को फोन करके बुलाया है, लेकिन स्कूल नहीं पहुंचे। स्कूल सुबह १०.३० बजे ही खुल गया था। एक बच्ची ही आई तो उसे पुस्तकें दी हैं।
पढ़ाई से मिलेगी सफलता : कलेक्टर
उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भैसा नाका में प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कलेक्टर आलोक कुमार सिंह ने विद्यार्थियों से पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से पढ़ाई करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, ऐसे प्रयास करो कि मेरिट सूची में नाम आए। एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने छात्रों को अध्ययन के साथ अन्य समाज उपयोगी गतिविधियों में सहभागिता के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी संतोष शर्मा ने स्कूल चले हम के द्वितीय चरण एवं तृतीय चरण में होने वाली गतिविधियों से अवगत कराया। स्कूल प्रतिवेदन संकुल केन्द्र प्राचार्य अखिलेश पाठक ने प्रस्तुत किया। आभार श्याम सुन्दर रजक ने माना। संचालन जयप्रकाश दुबे ने किया। इस अवसर पर बीसी पबैया, सीता यादव, डीपी कोरी, रामसहाय रजक, रघुवर अहिरवार, सुरेश कोरी, गौरी शंकर पटेल, टीकाराम दीवान और विजय यादव सहित समस्त शिक्षक मौजूद रहे।