सागरPublished: Sep 14, 2019 09:18:06 pm
sachendra tiwari
हिन्दी दिवस पर कार्यक्रम हुए आयोजित
Programs organized on Hindi day
बीना. शासकीय गल्र्स कॉलेज में हिंदी दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. चंदा रत्नाकर ने कहा कि हिंदी हम भारतवासियों के रोम-रोम में बसी हुई है। हिन्दी एक समृद्धशाली भाषा है, सरल, सहज, भावपूर्ण और अभिव्यक्ति के लिए उपयुक्त भाषा है, इसलिए हमें हिंदी भाषा का सम्मान करना चाहिए।
कार्यक्रम प्रभारी डॉ. उमा लवानिया ने कहा कि हिंदी भाषा सिर्फ भाषा ही नहीं बल्कि भावों की अभिव्यक्ति है। हमारी शक्ति है, भारत माता के माथे की बिंदी है। हमें सदैव गर्व होना चाहिए कि हम हिंदी भाषी हैं। प्रो. विनय दुबे ने कहा कि हिंदी को हमें अपनी मां का दर्जा देना चाहिए। जिस प्रकार हमारे मां पूज्यनीय हैं, वैसे ही हिंदी को भी मानना है। इसके साथ ही कहा कि हमें राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्नति करने के लिए हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी और अन्य भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए। इस अवसर पर मधु, गरिमा, शीतल, श्वेता, नंदिनी, शालिनी, अंजली ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में प्रकाशचंद, नम्रता गर्ग, मोनू रजक आदि उपस्थित थे।
विश्व में हिंदी भाषा से है हमारी संस्कृति की पहचान
शासकीय कॉलेज खिमलासा में हिंदी दिवस का आयोजन किया गया। प्रभारी प्राचार्य डॉ. संध्या टिकेकर ने कहा कि विश्व में हिंदी भाषा से ही हमारे राष्ट्र और हमारी संस्कृति की पहचान है। हिंदी का अधिकाधिक प्रयोग कर इसका संवर्धन करना हम सभी का दायित्व है। इस अवसर पर विश्व में हिंदी का बढ़ता वर्चस्व विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें प्रथम राजेंद्र दांगी, निकिता अहिरवार, द्वितीय प्रियंका चौरसिया, निधि मिश्रा और तृतीय स्थान प्रांजलिका लोधी ने प्राप्त किया। साथ ही कृष्ण राय, नरेंद्र अहिरवार, पुष्पा राजपूत, बृजेंद्र सिंह बुंदेला ने सांत्वना स्थान प्राप्त किया। शालू विश्वकर्मा ने हिंदी भाषा पर केंद्रित कविता प्रस्तुत की। संचालक डा. महेंद्र सिंह यादव ने किया। इस अवसर पर डॉ. माधुरी सिंह, रानू नेमा, रफी अहमद, डॉ. रवींद्र ठाकुर, प्रज्ञा दुबे, अनिल विश्वकर्मा, आबिद खान, रविशंकर कुशवाहा आदि उपस्थित थे।