सागरPublished: Nov 15, 2018 08:13:14 pm
anuj hazari
कृषि उपज मंडी में व्याप्त अव्यवस्थाओं से परेशान किसान
Proper arrangement of water in the agricultural produce market, distressed farmers
बीना. कृषि उपज मंडी को रबी और खरीफसीजन की फसल आबक के समय करोड़ों रुपए टैक्स मिलता है। इसके बाद भी यहां किसानों की सुविधाओं का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। यहां तक कि मंडी आने वाले किसानों को पीने के पानी की भी उचित व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते गंदगी के बीच किसान पानी पीने के लिए मजबूर हैं। किसानों को पानी पीने के लिए प्लास्टिक की टंकियां दो जगह रखी गई हैं, लेकिन इन टंकियों की न तो समय-समय पर सफाईकी जाती है और न ही यह टंकियां सुरक्षित हैं। जहां किसान पानी पीते हैं वहां चारों तरफ गंदगी फैली रहती है। गंदगी के बीच ही खड़ेे होकर किसान पानी पीते हैं, जिससे वहां मच्छर भी पनप रहे हैं। इसके बाद भी न तो सफाई की जा रही और न ही दवाओं का छिड़काव हो रहा है। किसानों को मंडी में रुकने के लिए बनाए गए किसान विश्रामगृह में मंडी के दूसरे कार्य किए जाते हैं। यह विश्रामगृह किसानों के लिए आज तक नहीं खोला गया है। यहां रात रुकने वाले किसानों को खुले आसमान के नीचे ही सोना पड़ता है, जिससे उन्हें पेरशानी होती है। वर्तमान में विश्रामगृह में मंडी के दस्तावेज रखे हुए हैं किसानों के पलंग, बिस्तर गायब हैं। पहले विश्रामगृह को दूसरे कार्यों के लिए दे दिया गया था।
धूल खा रहा वॉटर एटीएम
मंडी में किसानों को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के लिए कुछ महिनों पूर्व ही वॉटर एटीएम मशीन आई थी जो कुछ दिन चालू दिखी। इसके बाद मशीन रखी-रखी धूल खा रही है। इस संबंध में कुछ कर्मचारियों ने बताया कि मशीन में कुछ खराबी आने के बाद बूथ बंद रखा है।
अवारा मवेशी बने परेशानी
अवारा मवेशियों को रोकने के लिए मंडी के मेन गेट पर काउ केचर लगाया गया था, इसके बाद भी मंडी परिसर में मवेशी घूम रहे हैं और किसान, व्यापारियों के अनाज को क्षति पहुंचा रहे हैं। मंडी में लगे सुरक्षा गार्डों का भी यहां कोईअता-पता नहीं रहता या फिर अन्य कार्य कराते नजर आते हैं।सुरक्षा गार्डों का जो काम है उनसे वह काम नहीं कराया जा रहा है। अवारा मवेशी कईलोगों को घायल भी कर चुके हैं।