जनता कर्फ्यू का किया समर्थन, घरों से नहीं निकले लोग, बाजार रहा पूरी तरह बंद, सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा
ट्रेनें बंद होने के कारण रेलवे स्टेशन पर पसरा रहा सन्नाटा

बीना. कोरोना वायरस से निजात पाने प्रधानमंत्री द्वारा रविवार को जनता कफ्र्यू लगाया गया था, जिसका सभी ने समर्थन किया और दिनभर लोग घरों में ही रहे। पूरा बाजार बंद रहा और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, सफाई कर्मचारी सक्रिय रहे।
जनता कर्फ्यू के चलते सुबह से ही पूरा बाजार बंद रहा और लोग भी कोरोना की चैन को खत्म करने के लिए घर में ही कैद रहे। सड़क पर गिने चुने लोग ही दिखे जो जरूरी काम के लिए निकले थे। रेलवे स्टेशन पर जो कुछ ट्रेनें निकली और कुछ यात्री उतरते हुए नजर आए बाकी स्टेशन परिसर खाली पड़ा रहा। यहां तक कि टिकट विंडो भी बंद कर दी गई हैं। शहर के धार्मिक स्थलों पर सुबह पूजन के बाद पट बंद कर दिए गए थे। शाम पांच बजे लोगों ने छतों पर या घरों के सामने खड़े होकर थाली, ताली, घंटी बजाई और करीब पंद्रह मिनट तक लोग बिना रुके ही ध्वनि करते रहे। सर्वोदय चौराहे पर पुलिस ने सायरन बजाया और तालियां बजाईं। सर्वोदय चौराहे से गांधी तिराहे तक पैदल सायरन और ताली बजाते हुए आभार व्यक्त किया।
रेल संस्थान बंद कर, बनाया सोलह पलंग का वार्ड
रेल संस्थान सचिव रवि राय ने बताया कि कोरोना वायरस के द्वतीय फेस को लेकर रेल संस्थान को 31 मार्च तक पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है, जिसमें जिम, बैडमिंटन हॉल, टीटी हाल और चिल्ड्रन पार्क आदि शामिल हैं। मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के निर्देश पर संस्थान में १६ पलंग का आइसोलेशन वार्ड तैयार कर हैंडवाश, सेनेटाइजर, फेस मास्क की तैयारी करने के निर्देश दिए गए थे, जिसकी तैयारी की गई हैं। इसमें एडीइन डीपी द्विवेदी, मधुर सुनहरे, बीओआरएल से केपी मिश्रा, चीफ क्रू कन्ट्रोलर आरके पाल, सीपीडब्ल्यूआई मनीष शर्मा, डीके यादव, संस्थान कर्मचारी विनोद रोहित, मनोज, महेश, संजय आदि ने सहयोग किया। बच्चों के झूलों को सेनेटाइज किया।
नपा ने कराई फागिंग, दवाओं का किया छिड़काव
नगरपालिका द्वारा दोपहर में शहर के मुख्य मार्ग और चौराहे, तिराहों पर फागिंग मशीन से धुआं कराया गया। साथ ही दवा और पाउडर का छिड़काव कराया, लेकिन सार्वजनिक स्थानों पर सेनेटाइज नहीं कराया गया। जबकि बस स्टैंड, प्रतीक्षालय सहित जहां लोगों का आना जाना और रुकना ज्यादा रहता है वहां सेनेटाइज कराना जरूरी है।
किसान जुटे फसल की कटाई, थ्रेसिंग में
कोरोना वायरस के कारण जहां शहर में सन्नाटा छाया रहा वहीं खेतों में किसान फसल तैयार करते हुए नजर आए। क्योंकि मौसम खराब होने के कारण किसानों को फसल खराब होने का भय बना हुआ है, जिससे किसान जल्द से जल्द फसलों को तैयार कर सुरक्षित घर लाना चाह रहे हैं और रविवार को दिनभर खेतों में फसल की कटाई चलती रही व थ्रेसिंग भी हुई।
अफवाहे फैलाते रहे लोग
रविवार को कफ्र्यू के दौरान लोग अफवाहे भी फैलाते रहे और ग्राम भानगढ़ से किसी व्यक्ति द्वारा सीएमएचओ कार्यालय फोन लगाकर सूचना दी गई है पूरा परिवार बीमार है और कोई इलाज करने नहीं आ रहा है। सागर से इसकी सूचना बीएमओ को दी गई, जिसपर तत्काल स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव भेजी गई, लेकिन उस नाम का कोई भी व्यक्ति वहां नहीं मिला। इसी तरह मरीज मिलने की अफवाहे भी लोग उड़ाते रहे।
पुणे से आया युवक, जताई कोरोना की आशंका
रविवार की दोपहर एक युवक पुणे से झेलम एक्सप्रेस में सवार होकर बीना आया था और स्टेशन पर उतरते ही उसने कहा कि उसे बुखार और घबराहट हो रही है, जिससे स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। इसकी सूचना मिलते ही मौके पर डायल 100, आरपीएफ पहुंच गई थी और बाद में स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी। इसके बाद बीना से बीएमओ डॉ. संजीव अग्रवाल ने एंबुलेंस भेजकर युवक को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसे कोरोना जैसे कोई लक्षण नहीं मिले हैं।
परिवार के साथ बिताया लोगों ने समय
जनता कफ्र्यू के दौरान लोग घरों में रहे परिवार के साथ समय बिताया। परिवार के साथ बैठे और टीवी पर देश, दुनिया में कोरोना की स्थित पर नजर रखे रहे। साथ ही मनोरंजन के लिए खेल भी खेले।
पेरिस से आई युवती को कराया आइसोलेटेड
कुछ दिन पहले पेरिस से लौटकर आई एक युवती की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम उसके घर पहुंची और स्वास्थ्य परीक्षण किया। साथ ही उसे घर में में ही आइसोलेटेड किया गया है। विदेश से आने वाले लोगों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा नजर रखी जा रही है।
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