सागरPublished: Sep 09, 2019 11:36:42 am
sachendra tiwari
विद्यार्थी हो रहे परेशान
quarterly exam is on from September 20,students have not received book
बीना. विद्यार्थियों के भविष्य के लिए स्कूल प्रबंधन कितना गंभीर है इसका जीता-जागता उदाहरण है दो माह बीतने के बाद भी कक्षा बारहवीं की पुस्तकें उपलब्ध न होना। जबकि बोर्ड परीक्षा होने के कारण विद्यार्थियों के लिए एक-एक दिन कीमती होता है। पुस्तकें न मिलने से उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
शिक्षा सत्र शुरू हुए दो माह बीत चुके हैं और तिमाही परीक्षा का समय भी आ गया है। इसके बाद भी कुछ स्कूलों में कक्षा बारहवीं की पुस्तकें अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाई हैं। आगासौद स्कूल में अभी तक विद्यार्थियों को पुस्तकें नहीं मिली हैं। जबकि शासन स्तर से पुस्तक न आने पर स्कूल प्रबंधन द्वारा भी खरीदी की जा सकती है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। जबकि यहां करीब 70 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। २० सितंबर से तिमाही परीक्षा भी शुरू होनी है, लेकिन पुस्तकें न मिलने के कारण विद्यार्थी पढ़ाई नहीं कर पाए हैं। इसके बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी और स्कूल प्रबंधन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अभिभावक राकेश तिवारी ने बताया कि यदि स्कूल में पुस्तकें नहीं थी तो अभिभावकों को पहले बताया जाना था, जिससे पुस्तकें खरीद लेते। पुस्तक न होने से पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
भानगढ़ संकुल में खरीदी गई हैं पुस्तकें
भानगढ़ संकुल से पुस्तकों संबंधी जानकारी ली गई तो वहां स्कूल प्रबंधन द्वारा पहले ही पुस्तकें खरीद ली गई हैं, जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई करने में परेशानी नहीं आ रही है। इसी तरह अन्य स्कूलों में भी पुस्तकों की व्यवस्था की गई है।
बदलना था कोर्स इसलिए नहीं खरीदी पुस्तकें
आगासौद स्कूल प्राचार्य एमएल किरार ने बताया कि इस वर्ष पुस्तकें बदली जानी थीं इसलिए पुस्तक नहीं खरीदी हैं। शासन से भी पुस्तकें नहीं आई हैं, लेकिन अब पुरानी पुस्तकें ही चलेगी और जल्द ही पुस्तकों की व्यवस्था कर ली जाएगी। कुछ विद्यार्थियों को पुस्तकें दे दी गई हैं।
शीघ्र आ जाएंगी पुस्तकें
कक्षा ग्यारहवीं की पुस्तकें आ गई हैं और बारहवीं की पुस्तकें भी शीघ्र आ जाएगी। शासन से पुस्तकें नहीं आएंगी तो खरीदी की जाएगी।
एसपी तिवारी, बीइओ, बीना