scriptभीड़ को देखते हुए ट्रेनों में अतिरिक्त कोच की दरकार, रेलवे ने हर स्थिति से निपटने की तैयारी भी की | Railway Group's examination from 17 | Patrika News

भीड़ को देखते हुए ट्रेनों में अतिरिक्त कोच की दरकार, रेलवे ने हर स्थिति से निपटने की तैयारी भी की

locationसागरPublished: Sep 10, 2018 04:37:21 pm

Submitted by:

manish Dubesy

17 से रेलवे की ग्रुप डी की परीक्षा

Railway Group's examination from 17

Railway Group’s examination from 17

सागर. रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा 17 सितंबर से आयोजित की जाने वाली ग्रुप डी की परीक्षा के लिए सागर रूट पर एक भी स्पेशल ट्रेन न चलाए जाने और अतिरिक्त कोच न लगने से एक बार फिर यात्रियों को परेशानी का सामाना करना पड़ेगा। पिछले महीने ग्रुप सी की परीक्षा में सागर में बोर्ड ने परीक्षा सेंटर बनाया था, जिसमें करीब 30 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इन परीक्षार्थियों के लिए एक भी ट्रेन में अतिरिक्त कोच नहीं लगाए गए थे। जबकि सागर में बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों के परीक्षार्थी यहां पेपर देने के लिए आए थे।
ग्रुप सी की परीक्षा के लिए सागर में बोर्ड ने 4परीक्षा केंद्र बनाए थे। यह परीक्षा 10 अगस्त से 31 अगस्त तक आयोजित की गई थी। इसमें प्रत्येक केंद्र में 3 से 400 परीक्षार्थी शामिल हुए। परीक्षा के संचालक के लिए बोर्ड में प्रत्येक केंद्र में एक पर्वेक्षक व एक सहायक पर्वेक्षक नियुक्त किए थे।
जबकि सुरक्षा के लिए आरपीएफ ने प्रत्येक केंद्र में एक पुरुष व एक महिला आरक्षक को नियुक्त किया था। वहीं केंद्रों के निरीक्षण के लिए एक एसआई व बल को लगातार निरीक्षण के लिए कहा गया था। यही कारण था कि मोतीनगर स्थित परीक्षा केंद्र में एक फर्जी परीक्षार्थी को आरपीएफ ने पकड़ा था।
एक्स्ट्रा कोच लगाना चाहिए
ग्रुप सी की परीक्षा में सागर-भोपाल रूट पर गंजबासौदा स्टेशन पर क्षिप्रा एक्सप्रेस में बिहार से आए परीक्षार्थियों ने जमकर उत्पात मचाया था। इसका एक मुख्य कारण ट्रेन के साथ ही आरपीएफ बल की कमी थी। जबकि सागर में फिलहाल यह स्थिति निर्मित नहीं हुई। जबकि यहां पर इस पूरी परीक्षा के दौरान ३० हजार से अधिक परीक्षार्थियों ने पेपर दिया। इस दौरान सागर स्टेशन पर प्रतिदिन करीब ५ हजार अतिरिक्त भीड़ को संभालना पड़ा। रेलवे के स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि सागर रूट परीक्षा के दौरान स्पेशल ट्रेन न ही, कम से कम ट्रेनों में अतिरिक्त कोच की व्यवस्था तो रेलवे को करनी ही चाहिए।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो