सागर

पुष्य नक्षत्र में होगा भगवान राम का जन्म

खरीदी के लिए हैं शुभ योग

सागरApr 07, 2019 / 07:53 pm

रेशु जैन

पुष्य नक्षत्र में होगा भगवान राम का जन्म

सागर. चैत्र नवरात्रि की शुरूआत शनिवार से हो गई है। माता के मंदिरों में भक्त भक्ती में नजर आ रहे हैं। सुबह से मंदिरों में जल चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं की कतारें लग रही हैं। 14 अप्रैल को राम नवमी मनाई जाएगी। इस बार राम नवमी पुष्य नक्षत्र के योग में है। पुष्य नक्षत्र सभी 27 नक्षत्रों में सबसे सर्वश्रेष्ठ नक्षत्र माना गया है। भगवान राम का जन्म पुष्य नक्षत्र में हुआ था।

चैत्र नवरात्र के आठवें दिन अष्टमी व नवमी एक साथ मनाई जाएंगी। अष्टमी के दिन ही सुबह 8.19 बजे नवमी तिथि प्रारंभ होगी, जो अगले दिन सुबह 6.04 बजे तक रहेगी। भगवान राम का जन्म पुष्य नक्षत्र में दोपहर 12 बजे हुआ था। इसलिए रामनवमी 14 अप्रैल को दोपहर 12 बजे से पहले मनाना शुभ रहेगा। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि इस मायने में विशेष महत्व रखती है क्योंकि उदयकालीन तिथियां तो पूरी नौ रहेगी लेकिन मत-मतांतर के अनुसार अष्टमी के साथ ही रामनवमी का पर्व भी मनाया जाएगा।

खरीदारी के लिए शुभ
पुष्य नक्षत्र और राम नवमी के दिन भूमि, भवन, वाहन, ज्वैलरी, इलेक्ट्रिक सामान आदि खरीदने के लिए भी सर्वश्रेष्ठ दिन रहेगा। पुष्य नक्षत्र में खरीदारी शुभदायक होती। बाजार में इसके लिए खास तैयारी की गई है।

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