सागर

पुनर्वसु नक्षत्र और सर्वार्थ सिद्धियोग में होगा श्रीराम का प्राकट्य

– रामनवमी पर निकलेगी शोभायात्रा, शुरू हुईं तैयारियां

सागरMar 13, 2020 / 08:02 pm

रेशु जैन

सागर. 2 अप्रैल गुरुवार को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का प्राकट्य उत्सव रामनवमी के रूप में पूरे भारत वर्ष में धूमधाम से मनाया जाएगा। भगवान का प्राकट्य नवमी तिथि और पुनर्वसु नक्षत्र में मध्यानकाल में 12 बजे हुआ था। पं. शिवप्रसाद तिवारी ने बताया कि 2 अप्रैल को सूर्योदय से रात्रिअन्त तक नवमी तिथि रहेगी,चंद्रमा कर्क राशि में होगा। पुनर्वसु नक्षत्र भी सूर्योदय से दोपहर 2.23 बजे तक रहेगा साथ ही सूर्योदय से 2.23 बजे तक ही सर्वार्थ सिद्धियोग भी विद्यमान रहेगा।
रामनवमी के दिन लोग रामनाम का स्मरण करते हुए व्रत रखते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत के रखने से उपवासक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उसे मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस व्रत के विषय में अगस्त्य संहिता में कहा गया है। शास्त्रों के अनुसार, लंकापति रावण के अत्याचारों को खत्म करने के लिए भगवान विष्णु ने जन्म लिया था। भगवान राम विष्णु के सातवें अवतार हैं,जो त्रेतायुग में धर्मस्थापना के लिए धरती पर अवतरित हुए। इसलिए इस दिन लोग भगवान राम के जन्म की खुशियां मनाते हैं। रामनवमी का त्योहार के दिन है नवरात्र का समापन होता है। शास्त्रों के अनुसार, भगवान राम ने लंका पर विजय प्राप्त करने के लिए मां दुर्गा की उपासना की थी। इसी दिन अयोध्या में चैत्र राम मेले का भव्य आयोजन भी किया जाता है।

शहर में शुरू हुई शोभायात्रा तैयारी

रामनवमी के अवसर पर शहर में निकलने वाली शोभायात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। रामउत्सव समिति, शनीचरी और सदर समिति की ओर से शोभायात्रा निकाली जाएगी। सिद्धेश्वर मंदिर के कमेटी ओर से निकलने वाली पालकी यात्रा की भी तैयारी की जा रही है। शोभायात्रा में भगवान राम की झंाकी आकर्षक का केंद्र रहेंग

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