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BIG NEWS पोषण आहार को लेकर बेकफुट पर सरकार, नहीं आ रहा रेडी टू मेक आहार, आंगनबाडिय़ों में मची हा-हाकार

locationसागरPublished: Apr 07, 2018 04:05:33 pm

Submitted by:

Samved Jain

BIG NEWS पोषण आहार को लेकर बेकफुट पर सरकार, नहीं आ रहा रेडी टू मेक आहार, आंगनबाडिय़ों में मची हा-हाकार

New stock will not come in the anganwadis

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सागर. छह माह से तीन वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए आने वाला ‘रेडी टू मिक्स टेक होमÓ पोषण आहार अब आंगनबाडिय़ों में नहीं पहुंचेगा। मार्च का स्टॉक खत्म होने वाला है। पुराने स्टॉक का टेक होम कंकड़ भरा, बेस्वाद और ज्यादा मसालों का होने के कारण महिलाएं और बच्चे उसे खाना पसंद नहीं कर रहे हैं। जिले में15 अप्रैल तक पोषण आहार खत्म हो जाएगा। जानकारी के अनुसार जिले के लिए अंतिम बार पोषण आहार आठ मार्च को आया था। २६२३ केंद्रों पर लगभग यही स्थिति है। पत्रिका ने शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्रों की पड़ताल की तो हकीकत सामने आई।

आंगनबाड़ी केंद्र 56 में पोषण आहार खत्म होने को है। परियोजना सेक्टर के द्वारा दो अप्रैल को 4 बोरी स्टॉक भेजा गया है, जिसमें दो बच्चों और दो गर्भवती महिलाओं के लिए है। यह भी बामुश्किल दो मंगलवार को बंट पाएगा। केंद्र पर 60 बच्चों की संख्या दर्ज है। कार्यकर्ता संगीता जैन ने बताया कि पोषण आहार खत्म हो रहा है। नया स्टॉक कब आएगा इसकी जानकारी नहीं है। आंगनबाड़ी केंद्र 55 में भी यही स्थिति देखने को मिली। यहां भी 15 अप्रैल तक ही पोषण आहार बंट पाएगा।
क्या है पोषण आहार योजना
पो षण आहार योजना से शासन स्तर से हुए अनुबंध के आधार पर आंगनबाडिय़ों में 6 माह से 3 वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए गेहूं सोया बर्फी, आटा बेसन लड्डू, हलुआ मिक्स, बाल आहार मिक्स और खिचड़ी मिक्स पांच विशेष रेडी टू मेक मिक्स आते हैं। इसे टेक होम राशन कहा जाता है। बच्चों को स्थानीय स्वसहायता समूहों से मीनू के अनुसार खिचड़ी, दलिया, पूरी सब्जी, खीर का भोजन दिया जाता है।
हर माह 300 मीट्रिक टन जरूरत
जिले के 2623 केंद्रों पर 2 लाख से अधिक बच्चों की संख्या दर्ज है। महिला बाल विकास अधिकारी प्रदीप राय ने बताया कि हर माह केंद्रों के लिए 250 से 300 मीट्रिक टन पोषण आहार की जरूरत होती है। 8 मार्च को आखिरी बार जिले में पोषण आहार आया। जिसकी जानकारी राज्य शासन को भी दी गई है।

यह है स्थिति
6 माह से 3 वर्ष तक के बच्चे 112205
3 वर्ष से 6 माह तक के बच्चे 105911
गर्भवती महिलाएं 26578
धात्रियों की संख्या 26386
कम वजन के बच्चे 36943

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