सागरPublished: Oct 01, 2018 09:52:15 am
sunil lakhera
इस मरीज का ऑपरेशन भी जल्द होगा
Registration made under the Ayushman Bharat Scheme BMC
सागर. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक मरीज को आयुष्मान भारत योजना के तहत चिंहित कर लिया गया है। इस मरीज का ऑपरेशन भी जल्द होगा। योजना के तहत बीएमसी में बनाए गए वॉट्सएप गु्रप से इस मरीज की पहचान की गई थी। बाद में उसका रजिस्ट्रेशन भी कराया गया। जानकारी के अनुसार कैंट थाना के लालकुर्ती निवासी हमीद खान २४ सितम्बर को बीएमसी के वार्ड नंबर ७ में भर्ती हुआ था। जांच के दौरान उसे पाइल्स होना पाया गया था। नर्सिंग इंचार्ज ने बीमार व्यक्ति की जानकारी वॉट्सएप ग्रुप में सांझा की। इसके बाद आईटी सेल के नोडल अधिकारी डॉ. एसपी सिंह ने वार्ड में पहुंचकर मरीज से दस्तावेज मांगे और उसका रजिस्ट्रेशन कराया। आयुष्मान भारत योजना शुरू होने के बाद यह पहला मरीज है, जिसका बीमा योजना के तहत उपचार किया जा रहा है। डॉ. सिंह बताते हैं कि पीडि़त को ब्लीडिंग ज्यादा हो रही थी। उसे सीवियर एनेमिया की शिकायत थी। उसकी सभी प्रकार की जांच हो चुकी है।
बनाया वॉट्स एप ग्रुप
बीएमसी में 27 वार्ड हैं। इन सभी वार्डों में नर्सिंग स्टाफ को आयुष्मान भारत अभियान नाम वाले वॉट्सएप से जोड़ा गया है। इसके अलावा डॉक्टर्स भी इस एप से जुड़े हुए हैं। सभी को एेसे मरीजों को चिंहित कर उनकी जानकारी ग्रुप में सांझा करने के निर्देश भी दिए गए हैं। इसका पालन भी हो रहा है। हर रोज भर्ती होने वाले मरीजों की जानकारी जुटाई जा रही है। पहला केस इसी माध्यम से सामने आया है।
भर्ती मरीजों के हो रहे रजिस्ट्रेशन
बीएमसी में आने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शुरूआत में यह काम देख रहे जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा सभी मरीजों के रजिस्ट्रेशन का काम शुरू किया था, लेकिन भीड़ ज्यादा होने और भर्ती मरीजों के रजिस्ट्रेशन न हो पाने के कारण प्रबंधन ने यह काम बंद कर दिया है। अब सिर्फ भर्ती मरीजों के रजिस्ट्रेशन कराने का काम शुरू किया गया है। रोजाना 40-50 भर्ती मरीजों के रजिस्ट्रेशन कराए जा रहे हैं।
कर्मचारियों की संख्या बढ़ेगी- जिले में ३ लाख से अधिक परिवारों के रजिस्ट्रेश इस योजना के तहत होना हैं, लेकिन बीएमसी और जिला अस्पताल में जिस हिसाब से रजिस्ट्रेशन होना चाहिए उस तरह से नहीं हो रहे हैं। अभी तक देखा जाए तो आंकड़ा ३ तक नहीं पहुंच पाया है। रजिस्ट्रेशन के लिए 24 घंटे आइटी सेल खुले रहने की जरूरत है। नोडल अधिकारी डॉ. सिंह के अनुसार तीन शिफ्टों में यह काम होना है, जिसकी तैयारी की जा रही है।