जिला रोजगार कार्यालय में 90 हजार पढ़े-लिखे बेरोजगार पंजीकृत हैं। पिछले कुछ माह से यह संख्या बढ़ रही है। एकसाथ पंजीयन कराने वाले युवाओं की संख्या बढऩे के पीछे मुख्य कारण विधानसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा किया गया बेरोजगारी भत्ता देने का वादा है। इसके बाद से ही धड़ाधड़ पंजीयन का दौर जारी है।
ऑनलाइन पंजीयन प्रक्रिया का भी असर
रोजगार पंजीयन की प्रक्रिया नवंबर 2018 से ऑनलाइन भी हो गई है। पंजीयन संख्या बढऩे े पीछे अफसर प्रक्रिया के बदलाव को भी एक कारण बता रहे हैं, लेकिन इतनी संख्या बढऩे के पीछे मुख्य कारण बेरोजगारी भत्ता मिलने की सुगबुगाहट है।
छह महीन की डेडलाइन
पंजीयन का तीन साल बाद नवीनीकरण कराना पड़ता है। इसके लिए छह महीने का समय दिया जाता है। नवीनीकरण करा लिया तो ठीक, नहीं तो फिर पूरी प्रक्रिया करनी होती है।
२०१८ और इस वर्ष जनवरी में पंजीयन
अगस्त – ३०७२
सितंबर – २२८८
अक्टूबर- ९०१४
नम्बवर – १८८
दिसंबर – ४५८८
जनवरी – १४१३६
पिछले कुछ माह से पंजीयन कराने वाले युवाओं की संख्या बढ़ी है। हमारे पास लगभग ९० हजार बेरोजगारों की संख्या दर्ज है।
एमके नागवंशी, उप संचालक, जिला रोजगार कार्यालय