सागरPublished: Jun 15, 2018 11:56:00 am
sunil lakhera
बीएमसी में पानी के संकट को दूर करने अधिकारियों की बैठक
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में जलसंकट दूर करने 8 दिन में मांगी रिपोर्ट
सागर. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में बुधवार को कमिश्नर मनोहर दुबे ने नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, पीएचइ और हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों की बैठक ली। बीएमसी में पानी की किल्लत के मसले पर उन्होंने पीएचई विभाग के अधिकारी को डुगडुगी पहाड़ी से लेकर बीएमसी तक बिछाई गई पाइपलाइन का सर्वे कर ८ दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पाइप लाइन में जहां कहीं भी लीकेज और फॉल्ट हों उन्हें तुरंत सुधारे। उधर, ननि अधिकारी को इस दौरान नियमित रूप से वैकल्पिक कनेक्शन के जरिए ढाई लाख लीटर पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
बीएमसी में ही खुला ऑफिस
कमिश्नर के निर्देश पर बैठक के बाद इन सभी विभागों के ऑफिस बीएमसी में खोले गए हैं। अस्पताल की कैंटीन के बाजू में एक बड़े कमरे में इन विभागों के इंजीनियर और अन्य स्टाफ बैठेगा।
किसी भी प्रकार की समस्या होने पर इन्हें तुरंत दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, बीएमसी में उपयोग होने के बाद वेस्ट पानी के ट्रीटमेंट को लेकर भी कमिश्नर ने बेहतर प्लान बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ढाई लाख लीटर पानी में से डेढ़ लाख लीटर पानी खराब होता है, जिसे रीयूज किया जा सकता है। बीएमसी में बने इटीपी प्लांट से यह पानी पार्क की सिंचाई और प्लोरिंग साफ करने के लिए किया जा सकता है।
चोक टॉयलेट, खराब ड्रेनेज पर फटकार
बीएमसी में पीडल्यूडी और हाउसिंग बोर्ड को बिल्डिंग मेंटेनेंस का काम दिया गया है। सर्वे का काम भी दोनों संस्थाओं ने पूरा कर लिया है। जानकारी के अनुसार बीएमसी ने इस कार्य के लिए राशि भी जारी कर दी है। इस मामले में कमिश्नर ने जल्द मेंटेनेंस का काम शुरू करने के निर्देश दिए हैं। चूंकि टॉयलेट चोक होने से भवन की हालत खराब हो रही है।
इसमें देरी होने से कमिश्नर ने नाराजगी जाहिर की।
छात्राओं से कटवाया फीता
बैठक से पूर्व शाम ४.४५ बजे कमिश्नर बीएमसी पहुंचे थे। यहां वे लाइब्रेरी के रीडिंग रूम का उद्घाटन करने पहुुंचे थे, लेकिन उन्होंने मेडिकल छात्राओं से इसका उद्घाटन कराया। यहां पर विद्यार्थियों के लिए रीडिंग रूम नए सिरे से तैयार कराया गया है। साथ ही एसी की भी व्यवस्था की है। इस अवसर पर डीन डॉ. जीएस पटेल मुख्य रूप से उपस्थित थे।