शाम को भारत पर्व का आयोजन किया जाएगा। रवीन्द्र भवन में आयोजित कार्यक्रम में देशभक्ति पर आधारित गीत-गायन व नृत्य की रंगारंग प्रस्तुतियां होगी। स्वराज संस्थान भोपाल एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित समारोह में जबलपुर से आ रहीं शैली धोपे द्वारा वंदेमातरम् पर आधारित नृत्य नाटिका, फूल सिंह माण्डरे, भोपाल द्वारा बुुन्देली लोक गायन, रंगारंग लोक सांस्कृतिक संस्था जबलपुर द्वारा लोक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी।
जिला प्रशासन ने आम नागरिकों से लोकतंत्र के लोकोत्सव इस भारत पर्व के आयोजन पर उपस्थित होकर लाभ उठाने की अपील की है। इस अवसर पर मप्र की विकास यात्रा पर केन्द्रित प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। उधर, नगर निगम में महापौर अभय दरे कार्यालय में सुबह 8 बजे ध्वजारोहण करेंगे।
स्कूली बच्चों के साथ विशेष भोज करेंगे
गणतंत्र दिवस पर मध्याह्न भोजन कार्यक्रम के अंतर्गत स्कूली बच्चों को विशेष भोज कराया जाएगा, जिसमें गृह मंत्री सिंह शासकीय माध्यमिक शाला पुलिस लाइन में स्कूली बच्चों के साथ विशेष भोज में भाग लेंगे।
विवि में कुलपति करेंगे घ्वजारोहण
डॉ. हरिसिंह गौर विवि के समाधि स्थल पर कुलपति प्रो. आरपी तिवारी सुबह ८.३० बजे ध्वजारोहण करेंगे। इसके बाद राष्ट्रीय गान होगा। विवि प्रशासन ने सभी शिक्षकों व छात्रों की उपस्थिति की अपील की है।
संवैधानिक व्यवस्था का उल्लंघन करने वाले उपाध्यक्ष न करें ध्वजारोहण
सागर. बीपीएल सूची में नाम जुड़वाकर कई सालों से गरीबों के हिस्से की सुविधाओं का लाभ ले रहे कैंट उपाध्यक्ष से रहवासियों ने राष्ट्रध्वज न फहराने की मांग की है। जनसुनवाई में कलेक्टर को शिकायत करने वालों ने अवकाश से लौटने पर कैंट सीईओ अभिमन्यू सिंह के सामने भी इस मामले को उठाने और सुनवाई न होने पर कोर्ट में अपील करने की चेतावनी भी दी है। शिकायतकर्ता गुरमीत ङ्क्षसह इल्ले और युवा कांग्रेस अध्यक्ष अशरफ खान ने गत दिवस गरीबी रेखा के हितग्राहियों को सूची से पृथक करने पर आपत्ति दर्ज कराई थी। उन्होंने हितग्राहियों के नाम दोबारा जोडऩे की मांग कर उन्होंने सूचना के अधिकार से प्राप्त सूची के आधार पर कैंट उपाध्यक्ष शेखर चौधरी सहित दो पार्षद व कई जनप्रतिनिधियों और प्रभावशाली लोगों द्वारा अवैध रूप से जरूरतमंदों के हक पर अतिक्रमण की शिकायत की थी। जनसुनवाई में बीपीएल सूची का मुद्दा उठाने के बाद गत दिवस कैंट उपाध्यक्ष व अन्य ने नाम पृथक करने के लिए आवेदन देकर गरीबी रेखा के लाभ की बात को साबित कर दिया है।