सागरPublished: Sep 05, 2018 01:48:40 pm
anuj hazari
सफाई ठेका खत्म होने के बाद रेलकर्मी नहीं कर रहे सफाई
Running trains without cleanliness
बीना. ट्रेनों की सफाई करने वाले सफाईकर्मियों का ठेका खत्म हो जाने के बाद बीना जंक्शन से जाने वाली ट्रेनों की सफाई नहीं की जा रही है, जिससे कारण यात्रियों को गंदगी के बीच यात्रा करनी पड़ रही है। लेकिन रेलवे द्वारा इस समस्या का समाधान कई महीनों बाद भी नहीं किया जा सका है। ज्ञात हो कि कुछ महीनों पहले वॉशिंग यार्ड में साफ होने वाली ट्रेनों की सफाई का ठेका खत्म हो चुका है जिसके बाद ट्रेनों की सफाई डेली पेमेंट के आधार पर किया जा रहा था, लेकिन उसके बाद डेली पेमेंट से भी सफाई का काम बंद कर दिया। इसके बाद रेलवे ने आदेश दिया कि रेलवे के सफाई कर्मी ट्रेन में सफाई करेंगे, लेकिन रेलकर्मियों ने सफाई करने से मना कर दिया और रेल यूनियन ने भी रेलकर्मियों से सफाई करने का विरोध किया। जिसके बाद कुछ दिनों तक रेलवे फिर से डेली पेमेंट के आधार पर टे्रनों का सफाई कार्य कराया, लेकिन 27 अगस्त से फिर से सफाई बंद है। क्योंकि नया ठेका न होने और रेलकर्मियों के सफाई करने से मना करने के बाद ऐसी स्थिति बनी है। इस संबंध में सीएण्डडब्ल्यू एसएसई से कई बार संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंन मोबाइल रिसीव नहीं किया।
अधिकारियों अकुशलता आई सामने
रेलवे वॉशिंग यार्ड में हेल्पर के पद पर करीब 13 कर्मचारी पदस्थ हैं। जिन्हें सशर्त सफाई कर्मी से हेल्पर के पद पर प्रमोट किया गया था कि जब भी जरुरत पड़ेगी उन्हें सफाई करनी होगी। लेकिन रेलकर्मियों ने सफाई करने से मना कर दिया। प्रशासनिक अकुशलता जब सामने आई कि रेलवे के आदेश का दो कर्मचारी पालन करके काम कर रहे हैं वहीं अन्य कर्मचारी सफाई करने से दूरी बनाए है नियमित केवल उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।
गंदगी के बीच यात्रा को मजबूर यात्री
बीना जंक्शन पर बीना-गुना पैसेंजर, बीना-कोटा पैसेंजर, बीना-कटनी पैसेंजर सहित अन्य ट्रेनों की सफाई की जाती है, लेकिन सफाई ठेका खत्म होने के बाद ट्रेनों में गंदगी का अंबार है और यात्री गंदगी के बीच यात्रा कर रहे हैं। इतना ही नहीं टॉयलेट तक साफ नहीं की जा रही है, जिससे यात्री इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।