(sagar murder case ) बेटी को गोली मारने वाले रंजन ने पुलिस को क्या बताया…
आरोपी रंजन राय ने पुलिस को बताया कि 2013 में सागर में काम करने के दौरान दीपक चतुर्वेदी के जरिए वह ब्रजेश चौरसिया के संपर्क में आया था। वह 14 जुलाई को सागर आया और ब्रजेश ने उसे अपने घर के ऊपरी कमरे में ठहराया। ब्रजेश ने उसे बताया था कि कोई उसे परेशान कर रहा है और उस व्यक्ति को खत्म करना है पर उसने ये नहीं बताया था कि उसकी पत्नी और बेटी को मारना है।बिहार से सागर लाई गई थी पिस्टल ( Murder mystery sagar mp )
सीमेंट व्यापारी और बेटी की मौत मामले में आरोपी रंजन ने बताया कि वह ब्रजेश के कहने पर बिहार के जमुई से आशू सिन्हा नाम के व्यक्ति से दो पिस्टल, 4 मैगजीन और 40 कारतूस लेकर सागर आया। आशू के अकाउंट में ब्रजेश द्वारा तीन बार में एक लाख रुपए भी इसके लिए जमा कराए गए। 15 जुलाई को दोनों ने खेत व अन्य जगह टेस्ट फायर किए और फिर एक-एक पिस्टल व कारतूस बांट लिए। 16 जुलाई को ब्रजेश ने अपने दोस्त जितेन्द्र शर्मा की बाइक दी और फिर आरटीओ के पास घाटी पर बुलाया। उसे गोली मारने के बाद मौके पर ही ब्रजेश ने 90 हजार रुपए दिए थे। जिनमें से 86 हजार रुपए पुलिस ने जब्त कर लिए हैं।
लड़की को गोली मारते ही घबरा गया था पिता, देखने पर मिला शव (Sagar Case)
रंजन ने बताया कि वारदात की रात ब्रजेश पथरिया जाट पहुंचा और कार में बेटी-पत्नी को छोड़कर मेरे पास आया। उसने कार में बैठी दो महिलाओं को मारने का कहा। मैं कार तक पहुंचा और आगे बैठी लड़की को गोली मार दी। इस बीच वहां से वाहन गुजरे तो घबरा गया और लौट गया। ब्रजेश देखने का कहकर कार की ओर चला गया। वह काफी देर तक नहीं लौटा और कॉल भी रिसीव नहीं किए तक मैं वहां पहुंचा और ब्रजेश की कनपटी पर गोली लगी देख डर गया। गेट खोलने पर पिस्टल-मैगजीन गिरीं तो उन्हें उठाकर विश्वविद्यालय की घाटी पर सुनसान जगह में नीले थैले में मिट्टी में दबा दिया।पुलिस का यह है अनुमान
पुलिस का अनुमान है कि ब्रजेश को खुद को गोली मारने से पहले आभास नहीं था कि रंजन ने केवल बेटी को ही मारा है पत्नी को नहीं। यदि उसे अंदेशा होता तो शायद सुसाइड से पहले वह अपनी पत्नी को भी गोली मारता या मरवा देता।
सूदखोरों पर शिकंजा कस सकती है पुलिस
पुलिस अब ब्रजेश चौरसिया पर कर्ज वसूली का दबाव बनाने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है जिनकी प्रताडऩा के कारण उसने अपनी बेटी की हत्या कराने के बाद गोली मारकर अपनी ही जान ले ली। पुलिस ब्रजेश चौरसिया द्वारा बेटी-पत्नी की हत्या के बाद खुद की आत्महत्या की साजिश के पीछे की मूल वजह बने सूदखोर व अन्य प्रताडि़त करने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
सागर में सीमेंट व्यापारी और उसकी बेटी की मौत मामले में कुछ अनसुलझे सवाल
-रंजन दो पिस्टल लेकर आया था। उसने कार से ब्रजेश के हाथ से छूटी पिस्टल उठाई और उसे जमीन में दफन कर दिया था तो वह पिस्टल कहां गई जो रंजन ने टेस्ट फायर के समय अपने पास रखी थी।
– पुलिस का दावा है कि ब्रजेश ने खुद को गोली मारी। लेकिन जख्म कान के पास था और गोली सिर के पिछले हिस्से में जख्म से नीचे फंसी थी।
-ब्रजेश पर बैंक का 71 लाख रुपए कर्ज होने की पुष्टि हुई है। सूदखोर व अन्य से भी इतना कर्ज और होने का अनुमान है। जबकि उसकी प्रॉपर्टी इससे कहीं ज्यादा कीमत की है।
-यदि फॉरेंसिक-बैलिस्टिक रिपोर्ट में आता है कि जो पिस्टल जब्त हुई उससे ब्रजेश को गोली नहीं मारी गई तो फिर जांच की दिशा का क्या होगा।
-क्या पुलिस इसे हत्या का मामला मानकर जांच करेगी।