scriptamazing: स्कूलों से दर्ज संख्या लेकर पुलिस ने बना लिए आंकड़े, अब बता रहे संवाद से 82 हजार को कर दिया जागरुक | Sagar police presented the information of Jansamvad 2018 | Patrika News

amazing: स्कूलों से दर्ज संख्या लेकर पुलिस ने बना लिए आंकड़े, अब बता रहे संवाद से 82 हजार को कर दिया जागरुक

locationसागरPublished: Dec 07, 2017 02:41:40 pm

Submitted by:

Rajesh Kumar Pandey

संवाद कार्यक्रम के बाद छात्राएं हेल्पलाइन पर दर्ज करा रहीं परेशानियां

Sagar police presented the information of Jansamvad 2018

Sagar police presented the information of Jansamvad 2018

सागर. सर! स्कूल के रास्ते पर यहां लड़के खड़े होकर छींटाकशी करते हैं, उनके कमेंट हमें शर्मिंदा कर देते हैं। आप किसी को भेजिए। मैडम, मैंने किसी को अपना मोबाइल नंबर नहीं दिया, लेकिन जैसे ही घर से निकलती हूं कोई मुझे कॉल करके परेशान करता है। लगता है वो मेरे आसपास ही मंडराता है और नजर रखता है। मैं परेशान हूं… इससे छुटकारा दिलाइए।
ये कुछ शिकायतें हैं जिनकी संख्या महिला हेल्पलाइन और महिला थाने में दर्ज हो रही हैं। भोपाल में छात्रा से दुष्कर्म के बाद जिले में पुलिस द्वारा चलाए गए अभियान का यह असर है। महिला-छात्रा जागरुकता के लिए २० दिन में आईजी से लेकर एसआई स्तर के अधिकारियों ने ३१२ स्कूल-कॉलेज और कोचिंग संस्थाओं की ८२ हजार से ज्यादा छात्राआें को शोषण व छेड़छाड़ के विरुद्ध मुखर होने जागरूक किया।
छेड़छाड़ में किशोर ज्यादा लिप्त
पुलिस के अनुसार स्कूल-कॉलेज में छात्राओं से छेड़छाड़ की जितनी शिकायतें सामने आ रहीं हैं, उनमें आधी से ज्यादा संख्या किशोरों की है। किशोर स्कूल-कॉलेजों में सहपाठी छात्राओं या आस-पड़ोस में रहने वाली छात्राओं से छींटाकशी करते हैं। हांलाकि वे इस अपराध को ठिठोली मानते हैं। महिला थाना टीआई उमानवल आर्य ने बताया उन्हें संवाद कार्यक्रम के बाद छात्राएं लगातार कॉल कर अपनी परेशानियां बताने लगी हैं। यह संख्या पहले से दोगुनी या उससे ज्यादा है।
एेसी शिकायतें आ रहीं सामने
हेल्पलाइन पर छात्राएं अपनी पहचान उजागर न करने के आग्रह के साथ अननोन कॉलर द्वारा बार-बार मोबाइल पर बात करने, अभद्र वार्तालाप और बाहर मिलने की शिकायतें कर रही हैं।
मकरोनिया क्षेत्र के एक मूक-बधिर स्कूली छात्र ने कोचिंग में पढऩे वाले सहपाठी बच्चों द्वारा मारपीट व अशक्तता के लिए परेशान करने की शिकायत की, जिसे महिला पुलिस ने त्वरित हल किया।
डिग्री कॉलेज की छात्राओं ने एसपी को संवाद कार्यक्रम के दौरान गांव से कॉलेज आने के दौरान बस और ऑटो रिक्शा में ड्राइवर-कंडक्टर द्वारा घूरकर देखने व कमेंट पास करने की शिकायत की थी।
स्कूल-कॉलेज के पास छेड़छाड़
पुलिस द्वारा अभियान चलाकर छात्राओं से किए गए संवाद के दौरान स्कूल-कॉलेज के आसपास छेड़छाड़ की सबसे ज्यादा शिकायतें सामने आईं थीं। अधिकारियों के प्रजेंटेशन के बाद छात्राओं ने खुलकर अपनी पीड़ा से अवगत कराया था। उन्होंने बताया था कि स्कूल टाइम पर जब वे घर से निकलकर जाती हैं या वापस लौटती हैं, मोहल्ले से लेकर स्कूल-कॉलेज के गेट तक अवारा मंडराते रहते हैं। वे सहेलियों के साथ खुलकर बात करतीं हैं या हंसती हैं तो उन पर छींटाकशी की जाती है।
महिला हेल्पलाइन पर बढ़ी शिकायतें
एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल के अनुसार पुलिस संवाद के बाद छात्राएं ही नहीं महिलाओं में भी जागरुकता बढ़ी है। हेल्पलाइन पर छेड़छाड़ व महिला अपराध संबंधी शिकायतें पुलिस को मिल रही हैं। जिनका निराकरण प्राथमिकता के आधार पर कराया जा रहा है।
महिला थाने पर भी इस तरह की शिकायतें पहुंच रहीं हैं।

फैक्ट फाइल
संवाद: 312 स्कूल-कॉलेज
छात्राएं: 82000 करीब
अफसर: 70 से ज्यादा

अच्छे आ रहे परिणाम
पुलिस ने छात्राओं के बीच पहुंचकर महिला अपराधों की जानकारी दी हैं। उन्हें सतर्क रहने और अपराध का विरोध कर पुलिस तक शिकायत पहुंचने के लिए भी तैयार कर रहे हैं। इसके अच्छे परिणाम आ रहे हैं।
सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, एसपी सागर

 

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